फूड प्वाइजनिग से सगी बहनों की मौत, भाई व पिता की भी हालत बिगड़ी

कटका थाने के खानपुर हुसैनाबाद की घटना पड़ोसियों ने परिवार को पहुंचाया अस्पताल

By JagranEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 10:40 PM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 10:40 PM (IST)
फूड प्वाइजनिग से सगी बहनों की मौत, भाई व पिता की भी हालत बिगड़ी
फूड प्वाइजनिग से सगी बहनों की मौत, भाई व पिता की भी हालत बिगड़ी

अंबेडकरनगर: लगातार तेज बुखार, पेट दर्द, उल्टी और दस्त होने से सगी बहनों की संदिग्ध हालात में मौत हो गई, जबकि पिता-पुत्र का इलाज जारी है। दोनों खतरे से बाहर बताए गए हैं। यह घटना कटका थाने के खानपुर हुसैनाबाद की है।

गुरुवार की रात प्रदीप कुमार के घर वाले खाना खाकर सो गए। थोड़ी देर बाद परिवार के सभी चारों सदस्यों के पेट में दर्द होने के साथ उल्टी-दस्त होने लगी। उनके कराहने की आवाज सुन पड़ोसियों ने सगी बहनों शालिनी और सलोनी, भाई राजकरन व पिता प्रदीप कुमार को निजी अस्पताल पहुंचाया। यहां इलाज के दौरान शालिनी और सलोनी ने दम तोड़ दिया। उन दोनों की उम्र महज 10 से 12 वर्ष के बीच थी। चिकित्सक ने पिता प्रदीप और पुत्र राजकरन की हालत में सुधार न होने पर दोनों को रेफर कर दिया। जिला पंचायत सदस्य डा. राधेश्याम यादव व समाजसेवी नियाज तौहीद सिद्दीकी ने पिता-पुत्र को सीएचसी भियांव में भर्ती कराया। हालत सामान्य होने पर राजकरन को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई, जबकि प्रदीप का इलाज चल रहा है। डा. दिनेश यादव, डा. अशोक कुमार ने बताया कि फूड प्वाइजनिग की वजह से परिवार के लोगों की ऐसी हालत हुई। प्रभारी थानाध्यक्ष विनोद पांडेय ने इस तरह की कोई जानकारी होने से इन्कार किया।

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बासी रोटी-दाल खाने से बिगड़ी तबीयत: प्रदीप की पत्नी की मौत पहले ही हो चुकी है। परिवार में बड़ी बेटी शालिनी, उससे छोटी सलोनी और सबसे छोटा बेटा राजकरन है। गुरुवार सुबह प्रदीप ने घर पर रोटी और दाल बनाई थी। तीनों बच्चे खाना खाकर विद्यालय जाने को तैयार थे, लेकिन बरसात के कारण नहीं जा सके। सुबह का बचा खाना सभी ने दोपहर में भी खा लिया। शाम को दोनों बेटियों के पेट में दर्द होने लगा और बुखार चढ़ गया। कुछ ही देर बाद दोनों को उल्टी व दस्त भी शुरू हो गई। प्रदीप ने नजदीक के क्लीनिक से दवा लेकर दोनों को खिला दिया। इस बीच उल्टी-दस्त पिता-पुत्र को भी होने लगी। रात किसी तरह बीती। सुबह ग्रामीणों ने सभी चारों लोगों को रफीगंज स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां दोनों बहनों की मौत हो गई।

गांव में केमिकल का छिड़काव कर घर-घर दवा बांटें

सीएमओ श्रीकांत शर्मा शनिवार दोपहर बाद टीम के साथ खानपुर हुसैनाबाद गांव में मृतक बच्चियों के घर पहुंचे। उन्होंने सगी बहनों की मौत के कारणों का पता लगाने के लिए लोगों से जानकारी हासिल की। भियांव सीएचसी पहुंचकर भर्ती पिता का हालचाल लिया। सीएचसी अधीक्षक को गांव में घर-घर दवा वितरण का निर्देश दिया। सीएमओ डा. श्रीकांत शर्मा ने बताया कि बासी भोजन खाने से परिवार की हालत बिगड़ी है। गांव में शिविर लगवाया गया है। दो-तीन दिनों तक स्वास्थ्य अधिकारी-कर्मचारी यहां रहकर लोगों के सेहत की जांच-पड़ताल करेंगे।

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