तमसा के पानी से शहर लबालब, भोजन-पानी का संकट
तीन दिनों की मूसलाधार बारिश से शहर के निचले इलाकों में जलजमाव से जनता त्राहि त्राहि कर रही है।
अंबेडकरनगर: तीन दिनों की मूसलाधार बारिश से शहर के निचले इलाकों में जलजमाव से जनता त्राहि-त्राहि कर रही है। दो दिनों में जलस्तर करीब दो फीट ऊपर आ चुका है। वहीं, तेजी से बढ़ रहा तमसा का जलस्तर राष्ट्रीय राजमार्ग छूने को आतुर है।
जुड़वा शहर अकबरपुर-शहजादपुर के चारों तरफ की करीब 50 हजार आबादी बाढ़ से प्रभावित है, लेकिन जलनिकासी के लिए नगर पालिका प्रशासन की तरफ से की जा रही व्यवस्था छठवें दिन भी नाकाफी साबित हुई। लोगों के घरों और दुकानों में पानी अब भी जमा है। दुकानदार अपने प्रतिष्ठान में बचे सामान को किसी तरह निकालने की जुगत में लगे रहे। दर्जनों कालोनियां पानी से घिरी हैं। संक्रामक रोगों से बचाव के लिए नगर पालिका कीटनाशक का छिड़काव कराने के अलावा फागिग करा रही है।
जागा यातायात विभाग, कराई बैरिकेडिग: बाढ़ के बीच सड़क पर आवागमन से गत दो दिनों में कई वाहन पलटे और दर्जनों लोगों को चोटें आईं। ऐसे में बुधवार को यातायात विभाग की आंख खुली और सुबह साढ़े दस बजे यातायात निरीक्षक शिवदीपक सिंह ने फव्वारे तिराहे से चूना भट्ठी मार्ग पर बैरिकेडिग कराकर दो पहिया और चारपहिया वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंधित लगा दिया, लेकिन पैदल यात्रियों को नहीं रोक सके। तहसील तिराहे से शहजादपुर की तरफ जाने वालों का दिनभर तांता लगा रहा। इस दौरान कई लोग निर्माणाधीन डिवाइडर से फिसल कर पानी में गिरते दिखे। वहां तैनात यातायात सिपाहियों के समझाने के बावजूद पैदल जाने वाले उनकी बात नहीं मान रहे थे।
नगर पालिका ने नहीं लगाया राहत कैंप: हजारों की आबादी बाढ़ की चपेट में है। 100 से अधिक घर पानी में डूब चुके हैं। बाढ़ पीड़ितों के सामने खाने-पीने की समस्या उत्पन्न हो गई है। इसके बावजूद नगर में कहीं भी राहत कैंप की व्यवस्था नहीं की गई, जबकि गत दिनों एसडीएम मोइनुल इस्लाम और तहसीलदार जेपी यादव बाढ़ क्षेत्र का निरीक्षण भी कर चुके हैं। जिला प्रशासन और निकाय नागरिकों की इस समस्या पर मौन साधे हुए है।
सभासद ने डीएम को लिखा पत्र : पूर्व नगर अध्यक्ष और इंद्रलोक वार्ड के सभासद ज्ञान कुमार मोदनवाल व शहजादपुर के सभासद ललित मोहन श्रीवास्तव ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर बाढ़ पीड़ितों को भोजन व राशन की व्यवस्था कराने के अलावा उन्हें बाहर निकालने के लिए नाव मुहैया कराने की मांग की है।