तमसा का उफान थमने के बाद भी डूबे हैं घर और खेत
तमसा नदी में बाढ़ का पानी 10 दिनों से खेतों के साथ आबादी क्षेत्र में भरा है।
अंबेडकरनगर: तमसा नदी में बाढ़ का पानी 10 दिनों से खेतों के साथ आबादी क्षेत्र में भरा है। जलनिकासी का कोई प्रबंध नहीं होने से सैकड़ों एकड़ धान की फसल डूबकर नष्ट होने लगी है। इससे किसान काफी चितित हैं, वहीं घरों में पानी भरने व इसके ढहने से कई परिवार बेघर हो रहे हैं।
नगर पालिका अकबरपुर के मिर्जापुर मुहल्ले के अच्छेलाल, वंशराज, अखिलेश, नागेंद्र, रमेश, सहाउ, संतराम, राकेश, राजकुमार, घनश्याम, संतराम, रामपूजन, रम्पत, रामअजोर, रामू गौतम, राम किशन, सुखई के घरों में बाढ़ का पानी भर जाने से इन लोगों ने पलायन कर दूसरे के घरों में शरण ली है। अमरौला वार्ड में बाढ़ के पानी से जवाहिर और कैलास का कच्चा मकान ढह गया। शहजादपुर में नई सड़क पर जमा बाढ़ के पानी में दिन-प्रतिदिन दुर्गंध बढ़ती जा रही है। यहां बड़ी मात्रा में कीटनाशक के छिड़काव की जरूरत है, जिससे मच्छर आदि न उत्पन्न हो सकें, लेकिन नगर पालिका एक-दो मशीनों से कीटनाशक का छिड़काव कराकर महज खानापूर्ति कर रही है।
डीएम के आदेश की हो रही अवहेलना : टांडा-बांदा राष्ट्रीय राजमार्ग पर कई दिनों से बाढ़ का पानी पहुंच गया है। जिलाधिकारी सैमुअल पॉल एन ने नेशनल हाईवे के अधिकारियों के अनुरोध पर राष्ट्रीय राजमार्ग पर भारी वाहनों के साथ चारपहिया के आवागमन पर भी रोक लगा दी थी। डायवर्जन के लिए यहां बाकायदा सड़क निर्माता कार्यदायी संस्था ने क्रेन लगाकर आवागमन रोक रखा है। इसके लिए यहां यातायात सिपाही और पुलिसकर्मी की भी तैनाती की गई है, लेकिन बुधवार को एनएच पर वाहनों का आवागमन जारी रहा, जबकि भारी वाहनों के दौड़ने से हाईवे पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं, इससे हादसे का खतरा बना है।
सपा नेता ने बाढ़ पीड़ितों की ली सुधि : सपा जिला उपाध्यक्ष डा. अभिषेक सिंह ने बुधवार को जलालपुर के बाढ़ प्रभावित गांव कन्नूपुर डड़वा और मीरापुर का भ्रमण कर ग्रामीणों का हाल जाना। तमसा के बढ़ते जलस्तर से गांव में कई बीघा धान की फसल नष्ट हो गई है। सपा नेता ने फसलों के नुकसान का हर्जाना आपदा राहत कोष से दिलाने का वादा किया। साथ ही क्षतिग्रस्त घरों के पुनर्निर्माण हेतु जिलाधिकारी से मिलकर सहायता दिलाने की बात ग्रामीणों से कही। डा. अभिषेक सिंह के साथ कन्नूपुर के पूर्व प्रधान अशोक यादव, मीरापुर प्रधान सुरेश राजभर, पूर्व प्रधान वीरेंद्र निषाद, जोखू यादव, फतेहबहादुर, राजबहादुर, मधुबन, विनोद, मिश्रीलाल, रामनायक, वंश बहादुर, नरेंद्र बहादुर, मेवालाल, संदीप यादव, अशोक यादव, सरवन सिंह मौजूद रहे।