स्टाफ नर्सों ने आशा बहू के साथ की अभद्रता, प्रदर्शन
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर आशा और स्टाफ नर्स के बीच का विवाद थाने पहुंचने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया।
अंबेडकरनगर: प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर आशा और स्टाफ नर्स के बीच का विवाद थाने पहुंचने पर इसने और तूल पकड़ लिया। आशा ने नर्सों पर अवैध वसूली और अभद्रता का आरोप लगाया है। मंगलवार को कामकाज छोड़ आशा संगिनियों ने मीरानपुर सीएचसी पर प्रदर्शन कर एसीएमओ डा. सालिकराम पासवान को ज्ञापन सौंपा। बेवाना प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर बीते 22 अक्टूबर की सुबह 11 बजे आशाबहू संगीता यादव प्रसव के लिए एक महिला को लेकर पहुंचीं। संगीता का आरोप है कि यहां तैनात स्टाफ नर्स सरिता, ओमलता, संघमित्रा, मिथिलेश तथा सीमा गुप्ता ने मरीज के पास से हटने को कहा। उनकी बात नहीं मानने पर स्टाफ नर्सों ने अभद्र व्यवहार एवं गाली-गालौज के साथ प्रसव कक्ष से धक्का देकर बाहर निकाल दिया। नर्सों ने पुलिस बुलाकर उसे गिरफ्तार भी करवा दिया। हालांकि बाद में कोतवाली से छोड़ दिया गया। इस घटना के विरोध में मंगलवार को आशा संगिनी धरना प्रदर्शन पर उतर आईं। आशाओं के संगठन की जिलाध्यक्ष ऊषा पटेल ने बताया कि मामले की जांच के लिए कमेटी में जिन डाक्टरों को रखा गया है, उनसे न्याय की उम्मीद नहीं है, क्योंकि वे सभी उसी स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात हैं। इसलिए दूसरे केंद्र पर तैनात डाक्टरों की टीम से जांच कराई जाए। आशाओं ने न्याय मिलने तक आंदोलन करने की चेतावनी दी। स्वास्थ्य अधिकारियों ने निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया है। प्रदर्शन में रंजना वर्मा, साधना देवी, साबरमती, शुभावती, संगीता पाल, सत्यवती, इंदू वर्मा, सुनीता देवी, नीता देवी, कमलेश वर्मा, तारा देवी, जूही, मीरा, रामावती, लक्ष्मी वर्मा, अतिया हसन शामिल रहीं।