सर्वर में खराबी व वैक्सीन की कमी से टूटे टीके लगवाने के अरमान
कोरोना संक्रमण से बचने के लिए लोगों की भीड़ केंद्रों पर टीका लगवाने के लिए लोग उमड़ पड़े।
अंबेडकरनगर: कोरोना संक्रमण से बचने के लिए लोगों की भीड़ केंद्रों पर टीका लगवाने उमड़ रही है, लेकिन सर्वर में खराबी और वैक्सीन की कमी से शुक्रवार को यह अभियान पूरी तरह बेपटरी हो गया। जिला चिकित्सालय से लेकर स्वास्थ्य केंद्रों पर सुबह से लोग लाइन में लगते गए और भीड़ बढ़ती गई। इस बीच सर्वर काम नहीं करने की जानकारी मिलते ही अफरातफरी मच गई। लोग इसके सही होने का इंतजार करते रहे, ऐसे में स्थिति और बेकाबू होती गई। बाद में इन्हें खाली हाथ लौटना पड़ा। इस दौरान कोविड-19 गाइडलाइन की खूब धज्जियां उड़ीं। शारीरिक दूरी के साथ मास्क लगाने की शर्तों का भी पालन नहीं किया गया, जबकि विशेषज्ञ जल्द तीसरी लहर आने को लेकर लगातार सचेत कर रहे हैं। केरल जैसे राज्यों में संक्रमितों का आंकड़ा तेजी से बढ़ भी रहा है, फिर भी लापरवाही चरम पर है। जिम्मेदार भी इस तरफ से आंखें मूंदे हुए हैं। संक्रमण की दूसरी लहर के चपेट में आए परिवारों के दिलोदिमाग से अभी कुछ महीनों पहले पेश आई दुश्वारियां धूमिल भी नहीं हुई हैं कि लोगों ने सड़क से लेकर अस्पताल तक मनमानी शुरू कर दी है। अस्पतालों में टीका लगवाने पहुंच रही भीड़ में शामिल चेहरों पर न मास्क दिखता है, न शारीरिक दूरी। जिस खतरे से बचने के लिए वे टीका लगवाने आ रहे हैं, यहां भीड़ में उसी को न्यौता दे रहे हैं। स्वास्थ्य केंद्रों पर इस कदर भीड़ उमड़ रही है कि लाइन में घंटों इंतजार के बाद बैरंग घर लौटना पड़ रहा है, क्योंकि नेटवर्क की खराबी के चलते फीडिग नहीं हो पा रही है। वहीं, वैक्सीन की कमी आग में घी का काम कर रही है।
किछौछा : शत-प्रतिशत टीकाकरण में अब स्वास्थ्य कर्मियों की कमी आ रही है। शुक्रवार सुबह लगभग 7:30 बजे से टीकाकरण के लिए भारी संख्या में लोग स्वास्थ्य केंद्र बसखारी में कतारबद्ध होकर अपनी बारी का इंतजार करते रहे। इसी दौरान लगभग 12 बजे सर्वर ने कार्य करना बंद कर दिया। लगभग 2000 लोगों में से मात्र 510 लोगों को ही टीका लग सका। टीकाकरण प्रभारी राजितराम ने बताया कि सर्वर खराब होने के कारण टीकाकरण प्रभावित हुआ। उन्होंने बताया कि रोजाना जितने लोग आ रहे हैं, उन्हें टीका लगाने के लिए पर्याप्त कर्मचारी भी नहीं हैं।