..तो बारिश में डूबने से बच जाएगा टांडा, नहीं फैलेंगी संक्रामक बीमारियां

बरसात से पहले नालों की तली तक सफाई कराने के लिए टांडा नगर पालिका को इस बरसात में जल जमाव से बचाना मुश्किल हो जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 09:14 PM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 09:14 PM (IST)
..तो बारिश में डूबने से बच जाएगा टांडा, नहीं फैलेंगी संक्रामक बीमारियां
..तो बारिश में डूबने से बच जाएगा टांडा, नहीं फैलेंगी संक्रामक बीमारियां

अंबेडकरनगर : बरसात से पहले नालों की तली तक सफाई कराने के लिए टांडा नगर पालिका जी-जान से जुटी है। सफाई में कोई कोर-कसर न रह जाए, इसलिए अधिकारी इस पर नजर रख रहे हैं। दो दिन के साप्ताहिक लाकडाउन में रविवार को विशेष सफाई व सैनिटाइजेशन अभियान चलाया गया।

घाघरा नदी के दक्षिणी तट स्थित एक लाख से अधिक की आबादी समेटे टांडा नगर पालिका 10 वर्ग किलोमीटर से अधिक क्षेत्रफल में फैला है। 25 वार्डों में बंटे इस बुनकर नगरी में कई उद्योग धंधे संचालित हैं। यहां से प्रतिदिन तकरीबन 50 टन कूड़ा-करकट निकलता है। जलनिकासी के लिए शहर के बीच से निकले नाले साफ न होने से बरसात के दिनों में हर साल जलजमाव की समस्या उत्पन्न होती है। पूर्व के अनुभवों से सबक लेते हुए इस साल नगर पालिका ने नालों की समुचित सफाई का अभियान छेड़ दिया है। साप्ताहिक लाकडाउन में दुकानें और कारोबार बंद रहने से इसे और तेज कर दिया जाता है। शनिवार को फत्तूपट्टी, काजीपुरा मुहल्ले में गलियों के साथ नाले-नालियों की सफाई कराई गई, तो रविवार को नेहरूनगर वार्ड में अभियान चलाया गया। एसडीएम टांडा अभिषेक पाठक मौके पर खड़े होकर सफाई व्यवस्था की निगरानी करते रहे। उन्होंने बताया कि सफाई में कहीं कोई कमी न रह जाए, इसलिए वह अपनी मौजूदगी में अधिकांश कार्य करा रहे हैं। जहां वह खुद नहीं मौजूद रह पाते, बाद में वहां का निरीक्षण करने के साथ ग्रामीणों से फीडबैक लिया जाता है। मालीपुर स्टेशन पर गंदगी का डेरा, यात्रियों का बैठना मुश्किल

अंबेडकरनगर: साफ-सफाई के अभाव में मालीपुर रेलवे स्टेशन पर चारों तरफ गंदगी बिखरी है, इससे यात्रियों का बैठना मुश्किल है। पेयजल के लिए लगी टोंटी के पास से उठती दुर्गंध के चलते यहां पानी पीना तो दूर लोग इसके नजदीक भी नहीं जाना चाहते। स्टेशन पर तैनात अधिकारी-कर्मचारी भी इस पर ध्यान नहीं दे रहे।

मालीपुर रेलवे स्टेशन से ट्रेनों पर चढ़ने या उतरने वालों की रोजाना की संख्या हजार के पार है, लेकिन यहां यात्री सुविधाएं बदहाल हैं। प्लेटफार्म पर लगी बेंचों पर पक्षियों के बीट से लोगों का बैठना मुश्किल है। सफाई के अभाव में प्लेटफार्म एक व दो पर झाड़ियों के साथ ही घास की भरमार है। चहुंओर कूड़ा-करकट फैला है। स्टेशन पर ट्रेन के इंतजार में बैठे टुटहवा के संदीप, बंदीपुर के राजेश, पप्पू, संजय आदि ने बताया कि गंदगी के चलते यहां बैठने लायक नहीं है। स्टेशन अधीक्षक उत्तम कुमार ने बताया कि पूर्व में लगे सफाईकर्मियों की सेवा समाप्त कर दी गई है। अब निजी खर्च से सफाई कराता हूं। -स्टेशन का ट्रांसफार्मर फुंका : मालीपुर रेलवे स्टेशन परिसर में लगा ट्रांसफार्मर शनिवार को जल गया। अब टिकट बुकिग आदि के लिए जेनरेटर चलाकर काम किया जा रहा है। जेनरेटर भी बराबर न चलने से कर्मचारियों व यात्रियों को परेशानी हो रही है।

chat bot
आपका साथी