आक्सीजन के लिए हाहाकार, गैरजनपद के लोगों को नहीं मिला सिलिडर
दिनभर लाइन में खड़े होने के बाद वापस कर दिया गया। टांडा स्थित काश्मीरियां में जिले का एकमात्र आक्सीजन प्लांट है।
अंबेडकरनगर : आक्सीजन के लिए मंगलवार को भी हाहाकार मचा रहा। गैरजनपद से सिलिडर रिफिल कराने आए तीमारदारों को मायूसी हाथ लगी। एसडीएम टांडा ने गैरजनपद के मरीजों को आक्सीजन सिलिडर मुहैया कराने से इनकार कर दिया।
कोरोना संक्रमण के बाद होम आइसोलेट होकर इलाज करा रहे लोगों की तादाद लगातार बढ़ रही है। मरीजों को सांस लेने में तकलीफ होने पर आक्सीजन की आवश्यकता पड़ती है। टांडा नगर के काश्मिरियां मुहल्ले में विश्वकर्मा आक्सीजन डिस्ट्रीब्यूटर के नाम से जनपद का एकमात्र प्लांट है। आक्सीजन की बढ़ती मांग को देख प्रशासन ने प्लांट को कब्जे में लेकर पहरा बैठा दिया। यहां तैनात सरकारी मुलाजिमों पर आक्सीजन सिलिडरों को ले जाने वालों के बाबत लिखापढ़ी की जिम्मेदारी है। उपजिलाधिकारी अभिषेक पाठक ने सिलिडर रिफिल करने की व्यवस्था को बदल टोकन प्रणाली लागू कर दिया। मंगलवार सुबह प्लांट पर सिलिडर रिफिल कराने के लिए तीमारदार पहुंचने लगे। राजस्व कर्मी रामभवन तिवारी ने तहसील से टोकन लाने को कहा। तीमारदार टोकन के लिए तहसील पहुंचकर लाइन में लग गए। गैर जनपदों से सिलिडर रिफिल कराने पहुंचे लोगों की आंखें उस समय छलक आईं, जब तहसील पहुंचे उपजिलाधिकारी ने गैर जनपद के मरीजों को सिलिडर मुहैया कराने से इनकार कर दिया। ऐसे में अपनों की जान बचाने को लोग परेशान दिखे।
लाचार दिखे गैरजनपद से आए तीमारदार :
टांडा तहसील में बस्ती, अतरौलिया, आजमगढ़, सुल्तानपुर आदि स्थानों से तीमारदार टोकन लेने पहुंचे। बस्ती से महेंद्र अपनी मां लालमती के लिए आक्सीजन लेने सुबह पहुंचे। उन्होंने बताया कि तीन दिनों से मां को आक्सीजन की आवश्यकता पड़ रही है। वहां, इसकी कोई व्यवस्था नहीं है। यहां घंटों लाइन में खड़े होने के बाद वापस कर दिया गया। सुलतानपुर से आए अमित सिंह यादव ने बताया कि पिता नरसिंह यादव का सुल्तानपुर स्थित हास्पिटल में इलाज चल रहा है। दो दिनों से सांस लेने में तकलीफ है। बहुत ही उम्मीद के साथ टांडा आए थे, लेकिन अनुनय-विनय को भी नजरंदाज कर दिया गया। जिले के हंसवर निवासी मो. आलम ने बताया कि मां जरीना बेगम जलालपुर के नगपुर स्थित मेव हास्पिटल में तीन दिनों से भर्ती हैं। डॉक्टरों ने आक्सीजन की व्यवस्था करने को कहा। सिलिडर की चाह में वह यहां पहुंचे, लेकिन टोकन देने से मना करते हुए कहा कि हास्पिटल में आक्सीजन की व्यवस्था होगी। कुछ ऐसी ही समस्या अन्य तीमारदारों की भी रही।
टोकन के लिए समय निर्धारित :
टांडा तहसील में टोकन लेने के लिए सुबह 10 से 12 बजे तथा तीन से पांच बजे तक समय निर्धारित किया गया है। इसके लिए चिकित्सक का मोबाइल नंबर सहित पर्चा तथा आधार कार्ड का होना जरूरी है।