ओटीएस योजना में एक फीसद तक सिमटी वसूली
पावर कारपोरेशन ने बिजली बकायेदारों की सहूलियत के लिए एकमुश्त समाधान योजना लागू की गई लेकिन कनेक्शन धारकों को प्रोफिट नहीं हो पा रहा है।
अंबेडकरनगर: पावर कारपोरेशन ने बिजली बकायेदारों की सहूलियत के लिए एकमुश्त समाधान योजना शुरू की है, लेकिन इसका लाभ विभाग के साथ उपभोक्ताओं को नहीं मिल पा रहा है। एक माह में योजना के तहत मात्र 11350 लोगों ने पंजीकरण कराकर बकाया बिल जमा किया, जबकि जिले में दो लाख 76 हजार बकाएदार चिह्नित किए गए हैं। इन बकायेदारों पर 455 लाख रुपये बकाया है। एक माह बीतने वाला है, बिजली विभाग की टीम महज चार लाख 70 हजार रुपये का बकाया ही जमा करा सकी है। इससे अधिकारियों की चिता बढ़ गई है। इसके पीछे योजना के प्रचार-प्रसार के साथ विभागीय लापरवाही सामने आ रही है। एकमुश्त समाधान योजना के तहत बकायेदारों का 50 से 100 फीसद तक सरचार्ज माफ किया जा रहा। अन्य तरह की रियायतें भी दी जा रही हैं। बकाएदार कई किस्तों में बकाया बिल जमा कर सकते हैं। पावर कारपोरेशन का पूरा फोकस इस समय बकाए की वसूली पर है। प्रबंध निदेशक ने सख्त निर्देश दिया है कि वसूली के लिए सख्ती भी करनी पड़े तो परहेज न करें। कारपोरेशन के निर्देश पर विद्युत वितरण खंड अकबरपुर ने अक्टूबर से ओटीएस योजना चालू की है। इसके तहत दो किलोवाट तक घरेलू व पांच किलोवाट तक को बिजली बिल पर सरचार्ज में 50 व्यावसायिक कनेक्शन वाले बकायेदारों से 100 फीसद तक छूट दी जा रही है। लेकिन, अधिकारियों और कर्मचारियों की उदासीनता के नाते एक माह में महज 11350 उपभोक्ताओं से चार लाख 70 हजार का बकाया ही वसूल किया जा सका है। योजना 30 नवंबर तक चलेगी, लेकिन एकमुश्त समाधान योजना के प्रचार-प्रसार ठीक ढंग से न होने के नाते बहुत से उपभोक्ताओं को इसके बारे में जानकारी ही नहीं है। इसकी वजह से लोग बिजली बिल जमा कराने नहीं पहुंच रहे हैं, वहीं विभागीय टीम भी औपचारिकता तक सीमित है।