टीकाकरण में युवाओं की बड़ी भागीदारी
कई दिनों तक टीकाकरण व्यवस्था बेपटरी रहने के बाद बुधवार को इसमें काफी तादात में लोग टीका लगवाने के लिए केंद्रों पर जमा हो गए।
अंबेडकरनगर: कई दिनों तक टीकाकरण व्यवस्था बेपटरी रहने के बाद बुधवार को इसमें काफी तेजी आई। सभी 11 केंद्रों पर लक्ष्य से अधिक टीकाकरण हुआ। यहां युवाओं, महिलाओं की सुबह से ही काफी भीड़ जुटी रही। हालांकि स्वास्थ्य केंद्रों पर पर्याप्त जगह नहीं होने से शारीरिक दूरी की धज्जियां उड़ती रहीं। इस दौरान अधिकांश लाभार्थी बिना मास्क के ही दिखे। टीकाकरण केंद्रों पर सैनिटाइजर आदि के भी इंतजाम नहीं रहे। बीच-बीच में सर्वर में परेशानी से पंजीकरण में दिक्कत आती रही। इससे लोगों को कई घंटों तक लाइन में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ा।
रोजाना उपलब्ध कराई जा रही वैक्सीन के मुताबिक हर दिन लक्ष्य भी घटता-बढ़ता रहता है। इन दिनों लक्ष्य सीमित होने के कारण इसे पूरा करने में अधिकारियों को कोई जोर नहीं लगाना पड़ रहा है। वहीं, केंद्रों में इजाफा नहीं होने से टीकाकरण के दौरान काफी भीड़ उमड़ रही है। बुधवार को फिर 11 केंद्र ही संचालित किए गए। सभी केंद्रों पर 18 से 44 वर्ष के बीच के युवाओं की भागीदारी बेहतर दिखी। जिला अस्पताल में महिला केंद्र पर सुबह से ही लाइन लगी रही। पूरे जिले में निर्धारित लक्ष्य 11500 के सापेक्ष 13,144 लोगों को टीका लगाया गया। सीएमओ डा. श्रीकांत शर्मा ने बताया कि वैक्सीन की मांग की जा रही है। इसी के मुताबिक केंद्रों का संचालन किया जा रहा है। गांवों में भी केंद्र संचालित कराने का खाका तैयार किया जा रहा है।
11 केंद्रों पर हुआ टीकाकरण : अभियान के तहत 18 से 44 वर्ष वालों में 8194 को टीका लगाया गया। 45 से अधिक उम्र वालों में 3603 के साथ 776 को दूसरी डोज दी गई। अभिभावक केंद्र पर 271 और महिला स्पेशल केंद्र पर 600 को टीका लगाया गया।
एक पखवाड़ा बाद भी नहीं मिला संक्रमित : बुधवार को भी कोई नया संक्रमित नहीं मिला है। वहीं, कोई स्वस्थ भी नहीं हुआ है। अभी भी जिले में कुल तीन सक्रिय केस हैं। एक मरीज होम आइसोलेशन में है, जबकि दो मरीजों का इलाज लखनऊ में चल रहा है।
डाक्टर बार-बार दे रहे चेतावनी: कुछ राज्यों में संक्रमण के दोबारा जोर पकड़ने को देखते हुए डाक्टर बार-बार लोगों से सतर्कता बरतने की अपील कर रहे हैं। सीएमओ डा. श्रीकांत शर्मा ने बताया कि दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को विशेष एहतियात बरतने की जरूरत है। ट्रेनों या बसों आदि से आने पर थर्मल स्कैनिग के साथ अन्य जांच जरूर कराएं। इसके बाद ही अपने घरों को जाएं। इससे उनके साथ पूरा परिवार सुरक्षित रहेगा।