रात में दिल्ली जाना हो या बलिया, ढूंढते रह जाओगे बस

सोमवार की रात साढ़े आठ बजे का समय। अकबरपुर डिपो के बाहर आजमगढ़ डिपो पर कोई बस महानगरों के लिए उपलब्ध नहीं मिली।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 11:46 PM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 11:46 PM (IST)
रात में दिल्ली जाना हो या बलिया, ढूंढते रह जाओगे बस
रात में दिल्ली जाना हो या बलिया, ढूंढते रह जाओगे बस

अंबेडकरनगर: सोमवार की रात साढ़े आठ बजे का समय। अकबरपुर डिपो के बाहर आजमगढ़ डिपो की कई बसें खड़ी थीं। डिपो परिसर में कई बसें खड़ी मिलीं। एक कर्मचारी बसों की धुलाई में जुटा था। यहां से कुछ दूर खड़े एक व्यक्ति ने खुद को डीजल बाबू योगेश तिवारी बताया। यात्री सुविधाओं के बारे में बताने के बजाए कहा यह जानते हैं कि एक दिन में डिपो की बसों में करीब तीन हजार लीटर डीजल की खपत हो जाती है।

इसी बीच मालीपुर क्षेत्र के सौदमा गांव का युवक संतोष अपनी बहन को बाइक पर बैठाकर वहां पहुंचता है, तभी वहां दो बस चालक भी पहुंच गए। संतोष ने चालक से पूछा कि भैया मेरी बहन को दिल्ली जाना था, करीब एक घंटे से डिपो के बाहर खड़ा हूं, लेकिन कोई बस नहीं मिल रही है। ड्राइवर ने कहा कि किसी निजी बस से चले जाओ, अब सुबह ही दिल्ली के लिए बस मिलेगी।

इसी दौरान जलालपुर क्षेत्र के मुकेश प्रजापति भी चहलकदमी करते पूछताछ खिड़की पर पहुंचे और दिल्ली जाने के लिए बस के बारे में जानकारी की। उन्हें भी सुबह बस मिलने की बात बताई गई।

अब घड़ी में वक्त 8:45 मिनट हो रहा था। यहां बैंक आफ बड़ौदा एटीएम के पास खड़े टांडा के जावेद आलम ने बताया कि दो घंटे से बलिया जाने वाली बस का इंतजार कर रहा हूं, लेकिन कोई आसार नहीं दिख रहे। लगता है, अब घर लौटना पड़ेगा। इसी बीच कुछ दूरी पर गाजीपुर डिपो की बस रुकती है। चालक शिवकुमार उतरते ही अपने गमछे से बस का शीशा साफ करने लगे। कैमरा देख परिचालक अंकित तपाक से बोल बैठे, अरे भाई इन दिनों रोडवेज बस की हालत खराब चल रही है। यात्री काफी कम मिल रहे हैं। टारगेट पूरा करने में बड़ी मुश्किल आ रही है।

बोले यात्री - इस समय ट्रेन सेवाएं प्रभावित होने से कम से कम राजधानी दिल्ली जाने के लिए रात में एक-दो बसें जरूर होनी चाहिए। नौकरी से लेकर व्यापार आदि जरूरी कामों के लिए बड़ी संख्या में लोगों को दिल्ली जाना रहता है, ऐसे में रात में भी सेवा मिलनी चाहिए।

सुमन, यात्री

दिन में काफी गर्मी होने की वजह से रात में यात्रा की योजना तैयार कर यहां आया था, लेकिन कोई बस न मिलने से अब सुबह ही जा पाऊंगा। सरकार को रात्रि सेवा के बारे में भी विचार करना चाहिए।

मुकेश प्रजापति, यात्री डिपो में हैं कुल 52 बसें: अकबरपुर डिपो में कुल 52 बसें हैं, जो दिल्ली, बलिया, बनारस, सुलतानपुर, बस्ती आदि रूटों पर दौड़ती रहती हैं, लेकिन शाम छह बजे के बाद यहां से दिल्ली और बलिया रूट पर एक भी बस नहीं होने से यात्रियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।

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