तमसा की बाढ़ और वन निगम की लापरवाही बनी नागरिकों के लिए परेशानी
तीन दिनों तक मूसलाधार बारिश के बाद तमसा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ता जा रहा है।
अंबेडकरनगर: तीन दिनों तक मूसलाधार बारिश के बाद तमसा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ता जा रहा है। रविवार के मुकाबले सोमवार को जलस्तर में करीब एक फीट की बढ़ोतरी दर्ज की गई। इसके चलते जिला मुख्यालय समेत ग्रामीणांचल की सड़कें जलमग्न हो गई हैं।
वर्षों बाद तमसा का ऐसा रौद्ररूप देख तटवर्ती नागरिकों के समक्ष रहने खाने समेत अन्य समस्याएं उत्पन्न हो गई हैं। लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए सोमवार को अकबरपुर नगरपालिका के कर्मचारियों ने रेस्क्यू अभियान चलाया। कर्मचारी सुबह छह बजे बाढ़ प्रभावित इलाकों में पहुंचे और वहां फंसे नागरिकों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। बाढ़ के पानी से संक्रमण न फैलने पाए, इसके लिए कीटनाशक का छिड़काव भी कराया गया।
वन निगम की लापरवाही से जनता हलकान: फव्वारा तिराहे से शहजादपुर पुलिस चौकी तक सड़क चौड़ीकरण में बाधा उत्पन्न करने वाले पेड़ों की कटाई की जिम्मेदारी वन निगम को सौंपी गई थी। लोगों को कम से कम दिक्कत हो, इसके लिए जिला प्रशासन ने 18 से 19 सितंबर तक दो दिनों में इसे पूरा कराने का सख्त निर्देश दिया था, लेकिन तीसरे दिन सोमवार को भी काटे गए पेड़ों को नहीं हटाया जा सका। इसके चलते स्थानीय दुकानदारों का व्यापार प्रभावित होने के साथ आवागमन में भी लोगों को दुश्वारियों का सामना करना पड़ा। दो दिनों से बिजली और बाढ़ की समस्या से जूझ रहे नागरिकों की सुधि लेने आलाधिकारी नहीं पहुंचे। जौहरडीह के बृजेश कुमार ने बताया कि बाढ़ का पानी घर के हर कमरे में पहुंच गया है, इससे काफी नुकसान हुआ है। यहीं के मनोज तिवारी ने बताया कि बाढ़ का पानी भरने से संक्रामक बीमारियां फैलने का खतरा उत्पन्न हो गया है।
पूरे दिन लगता रहा जाम : जिले की प्रमुख बाजार शहजादपुर की दशा देख लोग दंग थे। सड़क काटे गए पेड़ों की टहनियों से पटा पड़ा है। दो दिनों से किया गया डायवर्जन भी बिना सड़क खाली कराए सोमवार को खोल दिया गया। इसके चलते तहसील तिराहे से लेकर पहितीपुर मार्ग तक दिनभर वाहनों का लंबी कतार लगी रही। सड़क पर भरे बाढ़ के पानी और काटे गए पेड़ों से खुद को बचाते हुए अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए वाहन चालक घंटों हलकान रहे।
तमसा का जलस्तर बढ़ने से अकबरपुर-शहजादपुर समेत आसपास के गांवों में पानी भर गया है। बाढ़ क्षेत्र में फंसे नागरिकों को निकालने के लिए नगरपालिका की टीमों को लगाया गया है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के साथ ही रहने और खाने की व्यवस्था कराई जा रही है।
सरिता गुप्ता, अध्यक्ष
नगरपालिका अकबरपुर