कोरोना से बचने को धूमपान से रहें दूर, लक्षणों के प्रति रहें सतर्क
टीबी हृदय रोगी और मधुमेह से पीड़ित मरीजों को विशेष हिदायत -ग्रामीणांचल में जागरूकता के साथ लक्षण के आधार पर दिया जा रहा किट
अंबेडकरनगर: कोरोना संक्रमण की चपेट में आने से बचना है तो धूमपान से तौबा करने में ही भलाई है। संक्रमित बीड़ी-सिगरेट उंगलियों और होठों के संपर्क में आकर आसानी से संक्रमण फैला सकते हैं। इन उत्पादों का सेवन कर इधर-उधर थूकने से भी संक्रमण का खतरा है, इसलिए खुले में थूकने पर रोक लगाई गई है।
इसका उल्लंघन करने पर दंड का प्राविधान है। इसका पालन कराने को स्वास्थ्य विभाग अब सख्त है। निगरानी के लिए ब्लाकवार एक-एक टीम के अलावा आशा व एएनएम को भी जिम्मेदारी मिली है। टीबी, सांस, हृदय व मधुमेह की बीमारी से ग्रस्त मरीजों को धूमपान पूरी तरह छोड़ने की सलाह दी जा रही है। लक्षण के आधार पर उन्हें दवाओं की किट भी दी जा रही है।
परिवार का सहयोग जरूरी: तंबाकू नियंत्रण इकाई के जिला सलाहकार सर्वेश कुमार गुप्त बताते हैं कि दृढ़ इच्छाशक्ति और परिवार के सहयोग से यदि कोई व्यक्ति एक से छह महीने तक नशा से दूर रह ले तो सदा के लिए इससे मुक्ति मिल सकती है। यदि कभी नशे की लत महसूस भी हो तो अपनों के बीच समय व्यतीत करें।
योग और ध्यान से नशे से मुक्ति: योग प्रशिक्षक डा. ललित तिवारी कहते हैं अनुलोम-विलोम, कपालभाति, भ्रामरी योग और ध्यान से नशे से मुक्ति मिलती है। नियमित प्राणायाम व्यक्ति के शरीर के सिस्टम को नशीली चीजों के सेवन से दूर करता है।
कोरोना के पुराने व नवीन लक्षण: कोरोना वायरस की दूसरी लहर इसके लक्षण काफी भिन्न दिख रहे हैं। बुखार, खांसी, शरीर दर्द अथवा सिर दर्द, सांस लेने में कठिनाई, सांस फूलना, स्वाद व गंध महसूस न होना, बुखार के साथ दस्त, बुखार के साथ त्वचा पर चकत्ते आने प्रमुख कारण हैं।
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कोरोना के संक्रमण को रोकने में तंबाकू का सेवन न करना सबसे बड़ी समझदारी है। थूकने पर पाबंदी के साथ यह अपराध भी है। स्थिति सामान्य होने तक इसका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा।
-डा. अशोक कुमार, मुख्य चिकित्साधिकारी