मांझा उल्टहवा, मांझा कला व महरीपुर बाढ़ के पानी से घिरे

घाघरा नदी का जलस्तर खतरे के निशान 92.730 मीटर से 48 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 09:44 PM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 09:44 PM (IST)
मांझा उल्टहवा, मांझा कला व महरीपुर बाढ़ के पानी से घिरे
मांझा उल्टहवा, मांझा कला व महरीपुर बाढ़ के पानी से घिरे

अंबेडकरनगर: घाघरा नदी का जलस्तर खतरे के निशान 92.730 मीटर से 48 सेंटीमीटर ऊपर पहुंचकर स्थिर हो गया है। नदी का पानी आबादी तक पहुंचने से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं, इससे तटीय इलाकों के ग्रामीणों की धड़कनें तेज हो गई हैं।

विद्युतनगर: घाघरा नदी में बाढ़ से टांडा व आलापुर तहसील के दर्जनभर गांव प्रभावित हैं। शनिवार दोपहर एक बजे खतरे के निशान से 57 सेंटीमीटर ऊपर पहुंचकर नदी का जलस्तर स्थिर हो गया था। मध्य रात्रि से एक सेंटीमीटर प्रति घंटे की दर से पानी घटने लगा। 12 सेंटीमीटर जलस्तर नीचे खिसकने के बाद रविवार दोपहर एक बजे फिर यह स्थिर हो गया। नदी का जलस्तर 93.210 मीटर पर दर्ज किया गया। उधर, घाघरा नदी की दो धाराओं के बीच बसे मांझा उल्टहवा गांव के दो मजरे नदी के पानी से पूरी तरह घिर गए हैं। बाबूराम तथा शमशेर का पुरवा पूरी तरह प्रभावित हैं। मांझा कला, महरीपुर की भी यही दशा है। यहां बोई गई सब्जियों की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है।

प्रधान रीमा मांझी बताती हैं कि परवर के बीज बैठाए गए थे, लेकिन अब पूरे खेत को बाढ़ के पानी ने अपनी आगोश में ले लिया है। इससे किसान रामकिशन, बालगोविद, राजबली, श्रीराम, अर्जुन, भोला, बखेड़ू का लाखों का नुकसान हुआ है। महरीपुर गांव के राम चरित्र समेत अन्य लोगों के घरों में बाढ़ का पानी पहुंच गया है। टांडा नगर के अलीगंज उत्तरी मुहल्ले में पानी लोगों के घरों से सटकर बह रहा है। नेहरूनगर, मेहनियां मुहल्ले तक पानी पहुंच गया है। टांडा तहसील के मांझा, मांझा उल्टहवा, कला, चितौरा, केवटला, नसरूल्लापुर, अवसानपुर, नैपुरा, सलोना घाट, ढेलमऊ, डुहिया समेत कई गांवों में घाघरा के बढ़ते जलस्तर के साथ खतरा बढ़ता जा रहा है। लोग बाढ़ के डर से रात में जगकर रखवाली भी कर रहे हैं। कुछ लोगों ने अभी से घरों का सामान ऊंचाई वाले स्थानों पर रखना शुरू कर दिया है। बाढ़ खंड के सहायक अभियंता पीयूष कुमार गौड़ ने बताया कि घाघरा नदी के जलस्तर पर नजर रखी जा रही है।

-अधिकारियों ने बाढ़ प्रभावितों का जाना हाल : महरीपुर गांव में नदी किनारे बाढ़ से लोगों को हो रही समस्याओं की सूचना पर उपजिलाधिकारी अभिषेक पाठक देर सायं यहां पहुंचे। मजदूरों से समस्याओं के बाबत जानकारी ली। यहां राम चरित्र के घर गए। इनके घर में पानी घुसने के चलते पंचायत भवन में शरण लेने को कहा। इसके लिए प्रधान से व्यवस्था कराने का निर्देश दिया।

आलापुर: उपजिलाधिकारी धीरेंद्र श्रीवास्तव ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। राहत कार्य में जुटे कर्मचारियों से जानकारी ली। उन्होंने मांझा कम्हरिया में नाव तत्काल संचालित करने का निर्देश दिया। लेखपाल, राजस्व निरीक्षक के अलावा अन्य कर्मचारियों को भी मौके पर तैनात कर पल-पल की निगरानी करने को कहा।

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