बुलावा पर्ची से केंद्रों पर पहुंच रहे लोग, टीकाकरण का टूट रहा रिकार्ड

लक्ष्य के सापेक्ष टीकाकरण का अनुपात सोमवार को एकाएक डेढ़ से बढ़कर दो गुना हो गई है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 10:28 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 10:28 PM (IST)
बुलावा पर्ची से केंद्रों पर पहुंच रहे लोग, टीकाकरण का टूट रहा रिकार्ड
बुलावा पर्ची से केंद्रों पर पहुंच रहे लोग, टीकाकरण का टूट रहा रिकार्ड

अंबेडकरनगर : लक्ष्य के सापेक्ष टीकाकरण का अनुपात सोमवार को एकाएक डेढ़ से बढ़कर दो गुना हो गया। अब गांवों में घर-घर आशाएं बुलावा पर्ची भेज रही हैं। इसी के आधार पर लाभार्थी केंद्रों पर पहुंच रहे हैं। अधिकांश ग्रामीणों ने बताया कि पहले पंजीयन का भय था, लेकिन पर्ची मिलने के बाद कोई संशय नहीं रह जाता है। बुधवार को निर्धारित लक्ष्य 7500 के सापेक्ष 13113 लोगों को टीका लगाया गया, जो लक्ष्य से 174 प्रतिशत रहा, इसमें युवाओं की संख्या काफी अधिक रही।

जिला चिकित्सालय के साथ गांवों में टीका लगवाने के लिए केंद्रों और शिविरों में भीड़ उमड़ रही है। मेडिकल कालेज, सीएचसी के अलावा चयनित 36 गांवों में चल रहे टीकाकरण का निरीक्षण करने के लिए एसडीएम टांडा ने अकबरपुर क्षेत्र में भ्रमण किया। उन्होंने लोगों से टीका अवश्य लगवाने की अपील की। सीएमओ डा. श्रीकांत शर्मा, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. हेमंत कुमार, डिप्टी सीएमओ डा. संजय वर्मा, डा. आशुतोष सिंह एवं नोडल अधिकारी ने भी अलग-अलग केंद्रों का दौरा किया। कुल 6899 युवाओं के साथ 131 अभिभावकों व 111 महिलाओं ने पिक केंद्र पर टीका लगवाया।

50 केंद्रों पर 13113 को लगा टीका : टीकाकरण के विशेष अभियान के तहत 18 से 44 वर्ष वालों में 6899 को टीका लगाया गया, वहीं 45 से अधिक उम्र वालों में 5540 के साथ 131 अभिभावकों, 111 महिलाओं को टीका लगाया गया। इसके अलावा 375 लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज दी गई।

संक्रमण का डर न नियम का, दफ्तर से दुकान तक जुट रही भीड़ : कोरोना संक्रमण का खतरा बना हुआ है, लेकिन लोग इससे बचाव करना पूरी तरह भूल गए हैं। शहर से देहात तक कहीं भी नियमों का पालन नहीं हो रहा है। सड़क पर लोगों का रेला उमड़ रहा है तो दुकानों पर जबर्दस्त भीड़ है। सब्जी मंडी से लेकर सरकारी दफ्तरों तक पैर रखने की जगह नहीं है। लोगों की लापरवाही में पुलिस भी बराबर की दोषी दिखती है। कोविड-19 गाइडलाइन का सख्ती से पालन कराने के लिए कहीं कोई इंतजाम नजर नहीं आ रहा है।

महरुआ बाजार के आनंदनगर चौराहा, सुखारीगंज, पहितीपुर, रामबाबा, महरुआ, नसीरपुर में दुकानों पर सुबह से शाम तक भीड़ जुट रही है। इन्हें देखकर लगता है कि कोरोना जैसी महामारी का कोई खतरा बचा ही नहीं है। मास्क लगाने के साथ शारीरिक दूरी के नियमों का पालन कराने के लिए पुलिसकर्मी भी जहमत नहीं उठाते। यह हाल तब है जब विशेषज्ञ लगातार तीसरी लहर के प्रति लोगों को सचेत कर रहे हैं और पहले जैसी ही सावधानी बरतने की अपील कर रहे हैं, लेकिन अनपढ़ों से लेकर उच्च शिक्षित लोगों तक में इसका असर नहीं दिख रहा है।

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