सरकारी विभागों के निजीकरण का विरोध
कानून व्यवस्था और सरकारी विभागों के निजीकरण के विरोध में लोग सड़क पर उतरे।
अंबेडकरनगर: कानून व्यवस्था और सरकारी विभागों के निजीकरण के विरोध में बहुजन क्रांति मोर्चा ने कलेक्ट्रेट में धरना दिया। कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को जेल भरो आंदोलन के तहत गिरफ्तारी भी दी।
जिलाध्यक्ष लालजी गौतम ने कहा कि प्रदेश में कानून का राज समाप्त हो गया है। इस सरकार में कोई भी सुरक्षित नहीं है। महिलाओं और बेटियों के साथ आए दिन हो रही दुष्कर्म की घटनाएं सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल रही हैं। मिर्जापुर में मुन्ना सरोज की धारदार हथियार से हत्या करने के बाद आरोपित खुलेआम घूम रहे हैं। 29 सितंबर को बलरामपुर की बेटी के साथ दुष्कर्म कर उसकी रीढ़ की हड्डी तोड़ दी गई। संगठन ने पीड़ित परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता दिलाने की मांग की। जितेंद्र राजभर, ओपी निगम, अभिषेक, विकास सक्सेना, बुद्धप्रिय पासवान, रमाशंकर, सुभाष मौर्य, आत्माराम यादव, श्याम नरायन, वंशीलाल, साजन, जे.आर राजवंशी, रामनाथ, अजय, संजय राव, भीम देव, भातुप्रताप आदि मौजूद रहे।