खतरे के निशान से ऊपर बह रही घाघरा का जलस्तर घटा

घाघरा नदी के जलस्तर में सोमवार को सात सेंटीमीटर की कमी दर्ज की गई।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 10:39 PM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 10:39 PM (IST)
खतरे के निशान से ऊपर बह रही घाघरा का जलस्तर घटा
खतरे के निशान से ऊपर बह रही घाघरा का जलस्तर घटा

अंबेडकरनगर : घाघरा नदी के जलस्तर में सोमवार को सात सेंटीमीटर की कमी दर्ज की गई। नदी का जलस्तर अभी खतरे के निशान 92.730 मीटर से नौ सेंटीमीटर ऊपर है। गत रविवार को जलस्तर खतरे के निशान से 16 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया था। इसके बाद नदी का जलस्तर ठहर गया था। 24 घंटे तक नदी का जलस्तर स्थिर रहने के उपरांत रविवार सुबह इसमें कमी दर्ज की गई। अपराह्न दो बजे तक सात सेंटीमीटर नीचे आ गया। नदी के जलस्तर में एक सेंटीमीटर प्रति घंटे की दर से कमी दर्ज की गई। इसके बाद जलस्तर एक बार फिर स्थिर हो गया।

अयोध्या केंद्रीय जल आयोग के अनुसार नदी के जलस्तर में अभी और कमी दर्ज की जा सकती है। तटवर्ती क्षेत्रों में कटान के अंदेशे को देखते हुए बाढ़ खंड के अधिकारी एवं कर्मचारी सतर्क हो गए हैं। नदी का जलस्तर घटने के साथ ही तटवर्ती इलाकों में कटान की संभावना को लेकर ग्रामीण दहशत में हैं। मांझा उल्टहवा, मांझा कला, इस्माइलपुर बेलदहा तथा मुबारकपुर के कालीघाट पर नदी कटान करने के लिए आतुर दिखाई पड़ रही है। घाघरा नदी में प्रत्येक साल आने वाली बाढ़ के चलते टांडा के मांझा उल्टहवा, मांझा कला, मांझा चितौरा, केवटला, नसरुल्लापुर, अवसानपुर, नैपुरा, सलोना घाट, ढेलमऊ, डुहिया समेत दर्जनों गांव के ग्रामीणों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। टांडा नगर के नेहरूनगर, मेहनिया, अलीगंज उत्तरी समेत कई मुहल्ले बाढ़ से प्रभावित होते हैं। बाढ़ खंड के सहायक अभियंता पीयूष कुमार गौड़ ने बताया कि नदी के जलस्तर में कमी दर्ज की जा रही है। अब तक कहीं कटान की जानकारी नहीं है।

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