घाघरा नदी का जलस्तर खतरे के लाल निशान से 46 सेमी ऊपर स्थिर
घाघरा नदी का जलस्तर खतरे के लाल निशान 92.730 मीटर से 46 सेमी ऊपर है।
अंबेडकरनगर : घाघरा नदी का जलस्तर खतरे के लाल निशान 92.730 मीटर से 46 सेमी ऊपर है। यह पिछले 36 घंटे से स्थिर बना हुआ है। गुरुवार को भी जलस्तर 93.190 मीटर पर दर्ज किया गया।
घाघरा का जलस्तर बीते बुधवार की सुबह आठ बजे खतरे के लाल निशान से 46 सेमी ऊपर पहुंचकर स्थिर हो गया था। इसके बाद से जलस्तर ठहरा है। अयोध्या में केंद्रीय जल आयोग के कर्मियों के अनुसार गुरुवार शाम चार बजे भी नदी का जलस्तर 93.190 पर टिका है। टांडा तहसील में घाघरा नदी की दो धाराओं के बीच बसे माझा उल्टहवा गांव के दो मजरे गुरुवार को भी पानी से पूरी तरह घिरे रहे। मांझाकला का भी यही हाल रहा। टांडा नगर के अलीगंज उत्तरी मुहल्ले में घाघरा का पानी लोगों के घरों से सटकर बह रहा है। नेहरूनगर में नदी से जुड़कर बह रहा थिरुआ नाले का पानी मुहल्ले के बगल स्थित मेहनियां मुहल्ले से होकर बह रहा है। पानी बिछौटिया मैदान में भी पहुंच गया है। बाढ़ खंड द्वारा इल्तिफातगंज नगर पंचायत के सलारपुर, टांडा के चितौरा, महरीपुर में कटान रोकने के लिए ठोकर बनाने से कुछ हद तक लाभ पहुंचा है। मुबारकपुर कालीघाट पर अब भी कटान होने की संभावना बनी हुई है। बाढ़ खंड के अधिकारियों ने कटान रोकने के प्रयास किए जाने का दावा किया है। सहायक अभियंता पीयूष कुमार गौड़ ने बताया कि नदी के किनारों का निरीक्षण चल रहा है। कटान की समस्या सामने आई तो तत्काल ठोकर बनाया जाएगा। नदी का जलस्तर स्थिर है। इस पर नजर रखी जा रही है।