परिषदीय स्कूलों में 50 फीसद किताबों की बदौलत चल रही पढ़ाई

शासन ने परिषदीय विद्यालयों को खोलने का आदेश जारी किया है लेकिन निश्शुल्क पुस्तकें पूरी कक्षा को नहीं मिल पा रही हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Sep 2021 10:19 PM (IST) Updated:Thu, 02 Sep 2021 10:19 PM (IST)
परिषदीय स्कूलों में 50 फीसद किताबों की बदौलत चल रही पढ़ाई
परिषदीय स्कूलों में 50 फीसद किताबों की बदौलत चल रही पढ़ाई

अंबेडकरनगर : शासन ने परिषदीय विद्यालयों को खोलने का आदेश जारी किया है, लेकिन निश्शुल्क पुस्तकें देने में कमी की है। स्कूलों में किताबें नहीं पहुंचने से विद्यालयों में सुचारु रूप से पठन-पाठन संभव हो पाना कठिन है। जिम्मेदारों के अनुसार शासन से अभीतक 50 प्रतिशत ही किताबें उपलब्ध हुई हैं। भीटी और कटेहरी शिक्षाक्षेत्र में महज 25 फीसद किताबें पहुंची हैं।

कटेहरी शिक्षाक्षेत्र के 167 विद्यालयों के सापेक्ष 17 हजार 710 तथा भीटी शिक्षा क्षेत्र के 141 विद्यालयों के सापेक्ष 16 हजार बच्चे पंजीकृत हैं। प्राथमिक में करीब सभी पुस्तकें उपलब्ध होने व उच्च प्राथमिक की 50 प्रतिशत पुस्तकें उपलब्ध होने का दावा विभाग ने किया है। छह से आठ तक की कक्षाओं में 12-12 पुस्तकें पढ़ाई जाती हैं। इसके सापेक्ष जिला मुख्यालय से बीआरसी पर कक्षा छह की छह, कक्षा सात की तीन किताबें भेजी गई हैं। कक्षा आठ की एक भी पुस्तक अभी उपलब्ध नहीं हो सकी है। विद्यालयों से किताब लेने शिक्षक एक चौथाई पुस्तक लेकर लौट रहे हैं। किताब देख बच्चे टूट पड़ते हैं, लेकिन आधी-अधूरी किताब पाकर मायूस हो जाते हैं। कक्षा आठ के विद्यार्थियों के हाथ मायूसी ही लग रही है। जिलाधिकारी द्वारा खंड शिक्षा अधिकारियों से शत-प्रतिशत किताबें वितरित करने संबंधी आख्या तलब की गई है। पुस्तकों के नहीं होने से शासन का दावा हवाई साबित हो रहा है। कटेहरी की बीईओ साबिस्ता परवीन व भीटी के बीईओ वीरेंद्र नाथ द्विवेदी ने बताया कि बीआरसी पर 50 प्रतिशत किताबें प्राप्त हुई हैं। इनका वितरण परिषदीय व वित्त पोषित माध्यमिक विद्यालयों में किया जा रहा है। शेष पुस्तकों के लिए बीएसए को पत्राचार किया गया है। पुस्तकों की कमी पढ़ाई में बाधक नहीं बनने पाएगी।

chat bot
आपका साथी