विचाराधीन व सजायाफ्ता 51 कैदी पांच माह से लापता

बीते अप्रैल में छह माह के लिए पैरोल पर रिहा विचाराधीन व सजायाफ्ता 51 कैदी गायब हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 14 Mar 2021 10:17 PM (IST) Updated:Sun, 14 Mar 2021 10:17 PM (IST)
विचाराधीन व सजायाफ्ता 51 कैदी पांच माह से लापता
विचाराधीन व सजायाफ्ता 51 कैदी पांच माह से लापता

अंबेडकरनगर: बीते अप्रैल में छह माह के लिए पैरोल पर रिहा विचाराधीन व सजायाफ्ता 51 कैदी पांच माह से लापता हैं। इससे जेल प्रशासन में खलबली मची है। वहीं पुलिस प्रशासन इनकी गिरफ्तारी के लिए इधर-उधर हाथ-पांव मार रहा है। पंचायत चुनाव में ये कैदी गंभीर सिरदर्द बन सकते हैं।

कोविड-19 के चलते शासन ने सजायाफ्ता कैदियों को पैरोल पर रिहा करने का आदेश दिया था। जेल प्रशासन ने विभिन्न आपराधिक वारदातों में सजा भुगत रहे 10 कैदियों के अलावा 65 विचाराधीन कैदियों को 20 अप्रैल 2020 को रिहा किया था। संक्रमण जारी रहने के चलते शासन ने पैरोल की अवधि दो बार बढ़ा दी थी। ऐसे में कैदियों को 22 नवंबर तक जेल में वापस आना था। तय तारीख के पांच माह बीत जाने के बाद भी केवल पांच सजायाफता और 19 विचाराधीन कैदी ही वापस लौटे। शेष 51 कैदियों के आने की राह जेल प्रशासन देख रहा है। इन कैदियों की वापसी न होने से जेल प्रशासन की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। जेल अधिकारियों ने इसके लिए एसपी समेत संबंधित थानाध्यक्षों को पत्र लिखकर उन्हें जेल भेजवाने की सिफारिश की है। पांच माह बाद भी भदोही, मथुरा, जौनपुर, गोरखपुर, हाथरस और अयोध्या आदि जनपदों के कैदी नहीं लौटे हैं।

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ये कैदी 11 माह बाद भी नहीं लौटे : अकबरपुर कोतवाली क्षेत्र के अमरौला निवासी मदनलाल गुप्त, पहितीपुर गांव के दिलीप उर्फ मूसे पाल एवं भगवानपुर गांव के रमेश के अलावा टांडा कोतवाली के सिकंदराबाद निवासी नूरूल इस्लाम उर्फ नूर सलाम तथा जैतपुर थाने के गौरी बडाह का शिवपूजन उर्फ पूजन निषाद आदि ऐसे कैदी हैं जो पैरोल की अवधि पूरी होने के बाद भी जेल नहीं लौटे हैं।

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जनपद समेत गैर जिलों के सजायाफ्ता और विचाराधीन कैदी पैरोल का समय समाप्त होने के बाद भी जेल नहीं लौटे है। इस बावत संबंधित जिले के एसपी और थानाध्यक्षों को पत्राचार किया जा चुका है।

हर्षिता मिश्रा, जेल अधीक्षक

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