दरवन और भदौना झील के दायरे का करिए चिह्नांकन
बीते वर्षों में एनजीटी के निरीक्षण व शासन को प्रेषित कायाकल्प संबंधी प्रस्ताव के बाद जिलाधिकारी सैमुअल पॉल एन ने अकबरपुर तहसील के दरवन व भदौना झील का जायजा लिया। उक्त झीलों के कायाकल्प व सुंदरीकरण के लिए उन्होंने एसडीएम अकबरपुर समेत अधिशासी अभियंता सिचाई खंड टांडा तथा सहायक अभियंता सिचाई खंड अयोध्या के साथ दोनों झीलों की स्थिति देखी।
अंबेडकरनगर : पर्यटन मानचित्र पर आने को आतुर दरवन और भदौना झीलों को जिला प्रशासन अतिक्रमण मुक्त कराएगा। जिलाधिकारी सैमुअल पॉल ने अधिकारियों की टीम के साथ शनिवार सुबह इसका जायजा लिया। अकबरपुर के एसडीएम मोइनुल इस्लाम को इन झीलों की पैमाइश कराते हुए इनके वास्तविक दायरे का चिन्हांकन करने को कहा। इसके अलावा सिचाई खंड टांडा के एक्सईएन बीसी लाल को झीलों के सुंदरीकरण और कायाकल्प का मसौदा तैयार करने के लिए कहा।
बीते वर्षों में एनजीटी के निरीक्षण व शासन को प्रेषित कायाकल्प संबंधी प्रस्ताव के बाद जिलाधिकारी सैमुअल पॉल एन ने अकबरपुर तहसील के दरवन व भदौना झील का जायजा लिया। उक्त झीलों के कायाकल्प व सुंदरीकरण के लिए उन्होंने एसडीएम अकबरपुर समेत अधिशासी अभियंता सिचाई खंड टांडा तथा सहायक अभियंता सिचाई खंड अयोध्या के साथ दोनों झीलों की स्थिति देखी। झीलों तक पहुंचने के लिए रास्ते, इनका क्षेत्रफल तथा पानी निकासी के नालों व उनकी स्थिति के बावत जानकारी ली। ग्रामीणों से यहां आने वाले प्रवासी पक्षियों के बारे में पूछा। ग्रामीणों ने बताया कि ठंड के मौसम में साइबेरियन समेत विभिन्न प्रजातियों के पक्षियों का यहां प्रवास रहता है। करीब पांच माह तक पक्षियों के कलरव से झील व आसपास का इलाका गुंजायमान रहता है। इससे झील की रमणीयता बढ़ जाती है। जिलाधिकारी ने झील के पुनरुद्धार कार्य के लिए अपने स्तर से पूरा प्रयास करने का आश्वासन दिया। यहां सिचाई खंड अयोध्या के सहायक अभियंता डीके मिश्र भी मौजूद थे। पढ़ें अन्य खबरें..
दूसरे दिन भी एनडीआरएफ टीम ने चलाया अभियान, नहीं मिला युवक
अंबेडकरनगर : नदी में डूबे युवक की तलाश में दूसरे दिन भी एनडीआरएफ की टीम को उतारा गया, लेकिन युवक का पता नहीं चल सका।
गत बुधवार को जहांगीरगंज थाने के रायपुर बेलवाडाड़ी के शत्रुजीत सिंह का भांजा आकाश मंसूरगंज नंगा बाबा कुटी घाट पर स्नान करने गया था। नहाते समय वह नदी में डूब गया। साथ में आए दो युवकों में से एक ने आयुष को खींचने का प्रयास किया, लेकिन हाथ छूटने से नदी की धारा में समा गया। पुलिस ने ग्रामीणों व गोताखोरों की मदद से तलाशी अभियान चलाया, लेकिन पता नहीं चला। गुरुवार को दिनभर स्टीमर के जरिए तटवर्ती इलाकों में तलाशी अभियान चला, लेकिन असफलता ही हाथ लगी।
शुक्रवार को सीओ जगदीश लाल टम्टा, एसडीएम धीरेंद्र कुमार श्रीवास्तव व थानाध्यक्ष शंभूनाथ की निगरानी में वाराणसी से बुलाई गई आपदा राहत टीम (एनडीआरएफ) को मोटरबोट के साथ नदी में उतारा गया। टीम ने रामबाग, किन्नूपुर, बंगालपुर, चांड़ीपुर, कम्हरिया घाट आदि तटवर्ती इलाकों में तलाशी अभियान चलाया। शनिवार को भी दिनभर अभियान चलता रहा लेकिन युवक का पता नहीं लग सका। थानाध्यक्ष शंभूनाथ ने बताया कि नदी में पानी का बहाव तेज होने के कारण दिक्कत आ रही है, फिर भी प्रयास जारी है।