केंद्र अधीक्षक एक दिन में दो से तीन गांवों का करें भ्रमण : मंडलायुक्त
महामारी को काबू में करने को नोडल अधिकारी बनाए गए
अंबेडकरनगर: महामारी को काबू में करने को नोडल अधिकारी बनाए गए मंडलायुक्त एमपी अग्रवाल ने रविवार को जिलाधिकारी सैमुअल पॉल और पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी के साथ कलेक्ट्रेट में बैठक कर जिला स्तरीय अधिकारियों को कोरोना की श्रृंखला तोड़ने के लिए प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए।
उन्होंने सभी उप जिलाधिकारी, खंड विकास अधिकारी एवं स्वास्थ्य केंद्र अधीक्षकों से कहा कि वे गांव में निगरानी समितियों के माध्यम से पता करें कि मरीजों को समय से दवा मिल रही या नहीं। इस दौरान अधिकारियों ने बताया कि निगरानी समितियों में शामिल सदस्यों को प्रशिक्षित करने की जरूरत है, ताकि वे मरीजों का अच्छे से देखभाल कर सकें। मंडलायुक्त ने इन सदस्यों को ब्लाक स्तर पर प्रशिक्षित किए जाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सभी केंद्र अधीक्षक प्रतिदिन गांवों में जाएं। एक केंद्र अधीक्षक कम से कम दो से तीन गांव में निगरानी समितियों के कार्यों को देखेंगे। उप जिलाधिकारी व खंड विकास अधिकारी भी गांव का भ्रमण करते रहेंगे। होम आइसोलेट मरीजों की जांच कराएं कि वहां शौचालय की व्यवस्था है या नहीं। यदि शौचालय नहीं है तो ऐसे मरीज को चिकित्सालय में भर्ती कराएं।
निगरानी समिति के सदस्य कोरोना के लक्षण वाले व्यक्तियों को बताएं कि घबराने के बजाय सरकार की तरफ से मिलने वाली किट का इस्तेमाल करें। इससे वह पूरी तरह ठीक हो सकते हैं। मरीजों को काढ़ा पीने के लिए भी प्रेरित करें। बैठक में सीडीओ घनश्याम मीणा, एडीएम डा. पंकज वर्मा, सीएमओ डा. अशोक कुमार, एएसपी संजय राय, सीएमएस डा. ओमप्रकाश, डिप्टी सीएमओ डा. एसके वर्मा आदि मौजूद रहे।