बिटिया की जान बचाने को प्रशिक्षु चिकित्सकों ने दिया अपना खून

खून की कमी से जोखिम में पड़ी बिटिया की जान बचाने के लिए जब अपनों ने साथ छोड़ दिया तब युवाओं ने रक्तदान कर बिटिया की जान बचाई।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 10:20 PM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 10:20 PM (IST)
बिटिया की जान बचाने को प्रशिक्षु चिकित्सकों ने दिया अपना खून
बिटिया की जान बचाने को प्रशिक्षु चिकित्सकों ने दिया अपना खून

अंबेडकरनगर: खून की कमी से जोखिम में पड़ी बिटिया की जान बचाने के लिए जब अपनों ने साथ छोड़ दिया तब प्रवीण गुप्त व मेडिकल कालेज के चार प्रशिक्षु चिकित्सकों ने अपना रक्त देकर उसकी जान बचाई। इन प्रशिक्षु चिकित्सकों ने सेवा के प्रति समर्पण व प्रयास से मेडिकल कालेज का मान बढ़ाया है।

जलालपुर तहसील के मठिया नेवादा गांव के बुजुर्ग बच्चूलाल अपनी बिटिया रीता को जिला अस्पताल लेकर आए थे। मरीज की हालत नाजुक देखते हुए यहां चिकित्सकों ने मेडिकल कालेज सद्दरपुर रेफर कर दिया। बिटिया को लेकर बच्चूलाल मेडिकल कालेज पहुंचे। यहां ड्यूटी पर उपस्थित डा. बाबूलाल काजला ने उसे भर्ती कर ब्लड जांच के लिए लैब भेजा। इसमें पता चला कि रीता के शरीर में मात्र 0.8 ग्राम ही खून है। मरीज को तुरंत ब्लड की जरूरत थी, इसकी जानकारी डा. बाबूलाल काजला ने उसके पिता को दी तो साथ आए सभी लोग धीरे-धीरे बहाना बनाकर खिसक गए। उधर, मरीज की स्थिति खराब होती जा रही थी। ऐसी स्थिति में डा. बाबूलाल काजला ने युवान फाउंडेशन के अध्यक्ष व यूथ आइकान प्रवीण गुप्त से संपर्क किया। प्रवीण ने मेडिकल कालेज पहुंचकर रक्तकोष से एक यूनिट रक्त उपलब्ध कराया। इससे राहत मिली, लेकिन मरीज को कम से कम चार यूनिट रक्त की आवश्यकता थी। इसलिए बाकी तीन यूनिट की व्यवस्था अल्प समय में करना कठिन लगने लगा। तब मेडिकल कालेज के प्रशिक्षु डा. विवेक ने अपने साथियों डा. प्रिया जैसवार, डा. अविनाश कुमार एवं डा. विशाल चौधरी के साथ रक्तदान कर बिटिया की जान बचा ली। बिटिया रीता वर्तमान में स्वस्थ होकर घर जा चुकी है। डा. बाबूलाल काजला एवं डा. विनोद ने इससे पूर्व भी युवान फाउंडेशन के बैनर तले स्वैच्छिक रक्तदान किया है। यूथ आइकान प्रवीण गुप्त ने बताया कि इन सभी चिकित्सकों को संस्था से जल्द सम्मानित किया जाएगा।

chat bot
आपका साथी