जैविक खाद परियोजना अधर में, मुख्य मार्ग के किनारे डंप हो रहा कूड़ा
प्रतिदिन निकलने वाले 100 टन कूड़े के निस्तारण की निकायों के पास नहीं कोई व्यवस्था.नगर से निकलने वाले कूड़े को मुख्य मार्गों के किनारे डाल रहे सफाईकर्मी.
अंबेडकरनगर : देश के कूड़ा मुक्त शहरों की घोषित फॉइव स्टार और थ्री स्टार सूची में उत्तर भारत समेत यूपी का एक भी शहर स्थान नहीं बना सका है। शासन प्रशासन इस बावत गंभीर है, लेकिन इसका कोई असर जिले में नहीं दिखाई दे रहा है। जनपद की तीन नगरपालिका व दो नगर पंचायतों में रोजाना करीब 100 टन से अधिक कूड़ा निकलता है। निकायों से निकलने वाले कूड़े के निस्तारण की कोई व्यवस्था नहीं है। अकबरपुर नगरपालिका द्वारा कूड़े से जैविक खाद की परियोजना के तहत डेढ़ करोड़ की लागत से बनगांव मार्ग पर जमीन खरीदी है, लेकिन करीब दो साल बीत जाने के बाद भी निकाय इसे चालू नहीं करा सका है। नतीजा रहा निकाय ने निकलने वाले कूड़े को सफाईकर्मियों द्वारा मुख्य मार्गों के किनारे डाल रहे हैं। नगर के इल्तिफातगंत, जौहरडीह, बनगांव, अयोध्या मुख्य मार्ग के किनारे नगर से निकलने वाले कूड़े को डाला जा रहा है। इससे संक्रमण और बदबू से नागरिक परेशान हैं। पूरा देश कोरोना संक्रमण से लड़ रहा है, लेकिन निकाय प्रशासन सफाईकर्मियों की इस लापरवाह कार्यप्रणाली से अनभिज्ञता जता रहा है। जबकि खबर में लगी तस्वीर खुद निकाय की सफाई व्यवस्था की दास्तां बयां कर रही है।
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फैक्ट फाइल :
निकाय से प्रतिदिन निकलने वाला कूड़ा
अकबरपुर : 32 टन
टांडा : 37
जलालपुर : 18
किछौछा : 11
इल्तिफातगंत : तीन टन
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निकाय से निकलने वाले कूड़े को बनगांव मार्ग पर जैविक खाद बनाने की परियोजना के लिए क्रम भूमि पर भिजवाया जाता है। अगर इसे नगर के मार्गों के किनारे फेंका जा रहा है तो जांच कर लापरवाह कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाएगी।
सुरेश कुमार मौर्य
नोडल अधिशासी अधिकारी
अकबरपुर, अंबेडकरनगर