अफसरों की खाली रहीं कुर्सियां और कार्यालय में पसरा दिखा सन्नाटा
विकास भवन के भूतल से लेकर प्रथम तल के 17 कार्यालयों में अधिकारियों एवं कर्मचारी अनुपस्थित मिले।
अंबेडकरनगर: विकास भवन के भूतल से लेकर प्रथम तल के 17 कार्यालयों में अधिकारियों एवं कर्मचारियों के अनुशासन व कामकाज की पड़ताल करने पहुंची जागरण की टीम मनमानी देखकर दंग रही गई। भूतल के 11 दफ्तरों के सापेक्ष आठ विभागों में मुखिया ही नदारद थे। इसमें कुछ के फील्ड में जाने की जानकारी मिली, कई दोहरे चार्ज पर, बाकी अधिकारियों के छुट्टी पर जाना बताया गया। विभागाध्यक्षों की अनुपस्थिति में कर्मचारी भी दोपहर 12 बजे तक कार्यालय पहुंचे और कामकाज छोड़ बातचीत में मस्त दिखे। सबसे खास बात रही कि इस बीच किसी विभाग में कोई फरियादी नहीं आया था।
शासन और प्रशासन का नहीं खौफ: विकास भवन के प्रथम तल पर सीडीओ घनश्याम मीणा, डीडीओ वीरेंद्र सिंह, जिला ग्राम्य विकास अभिकरण के परियोजना निदेशक राकेश प्रसाद, मनरेगा उपायुक्त आरपी मिश्र एवं जिला पंचायतराज अधिकारी अवनीश कुमार उपस्थित रहे। इनके उपस्थित रहने से संबंधित दफ्तरों में कर्मचारी भी समय से मौजूद मिले। ऐसे ही भूतल के अधिकारी भी अपने कार्यालय में उपस्थित रहते तो कर्मचारियों की मनमानी करने की हिम्मत नहीं होती। बगैर सूचना के अनुपस्थित रहने और विलंब से आने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रथम तल पर उच्चाधिकारियों के बैठे होने का खौफ नहीं रहा। ससमय नियमित कार्यालय आने के लिए शासन के आदेश की इन्हें फिक्र नहीं है।
देर से आना आदत में शुमार: सुबह साढ़े 10 बजे तक जिला प्रोबेशन अधिकारी राकेश कुमार कार्यालय नहीं पहुंचे थे। कुछेक कर्मियों को छोड़ यहां अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे। सबसे बदतर हालत गन्ना और सिचाई विभाग का रहा। जिला गन्ना अधिकारी हरिकृष्ण गुप्त भी पौने 11 बजे तक दफ्तर नहीं आए थे। इनके कार्यालय में एक कर्मचारी व दो आपरेटर को छोड़ बाकी कुर्सियां खाली रहीं। जिला समाज कल्याण अधिकारी आरके चौरसिया कामकाज में मशगूल मिले। पिछड़ा वर्ग और दिव्यांगजन कल्याण विभाग कार्यालय का भी कार्यभार इनके पास ही है। अर्थ एवं संख्या अधिकारी अनुपम सिंह के पास कटेहरी ब्लाक के बीडीओ का अतिरिक्त प्रभार होने से यह वहीं बताए गए। युवा कल्याण विभाग में प्रभारी अखंड प्रताप सिंह और अन्य कर्मी उपस्थित रहे। ग्रामीण अभियंत्रण विभाग में अधिशासी अभियंता सुलतानपुर जनपद के प्रभार पर रहे। यहां सहायक अभियंता उपस्थित रहे, लेकिन खंडीय लेखाधिकारी अनिल कुमार सिंह अनुपस्थित थे। इनका विलंब से आना आम बात है।
लघु सिचाई के अधिशासी अभियंता संजय यादव की कुर्सी भी खाली थी। इनके कार्यालय में भी अव्यवस्था देखने को मिली। आइएसओ प्रमाणपत्र से नवाजे गए विकास भवन के इस कार्यालय में अभिलेखों का बंडल कूड़ादान से कम नहीं लग रहा है। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को अवकाश पर जाना बताया गया। कार्यालय में कई कर्मी अवकाश पर रहे तो एक कर्मी सुबह 11 बजे रजिस्टर पर उपस्थिति बनाता मिला। अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी सिंह प्रताप देव कार्यालय आने के बाद मदरसा निरीक्षण में गए थे।