सालभर से कार्यालय का चक्कर लगाने के बाद भी नहीं मिली सम्मान निधि

साहब एक साल से किसान सम्मान निधि पाने के लिए कार्यालय का चक्कर लगा रहा हूं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 10:13 PM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 10:13 PM (IST)
सालभर से कार्यालय का चक्कर लगाने के बाद भी नहीं मिली सम्मान निधि
सालभर से कार्यालय का चक्कर लगाने के बाद भी नहीं मिली सम्मान निधि

अंबेडकरनगर: साहब, एक साल से किसान सम्मान निधि पाने के लिए कार्यालय का चक्कर लगा रहा हूं, लेकिन एक ही जवाब मिलता है कि अबकी बार आ जाएगा। यह सुनते-सुनते पूरे एक साल हो गया, लेकिन खाते में रुपया नहीं आया। टांडा ब्लाक के ग्राम खासपुर के कृषक बनाफर ने सोमवार को कृषि भवन में जिला कृषि अधिकारी पीयुष राय से यह शिकायत की। उन्होंने मामले को गंभीरता से लेकर तत्काल साइट पर जाकर देखा तो उक्त किसान को तहसील से अपात्र करार दिया गया था। इसलिए उसको योजना का लाभ नहीं मिल रहा था।

दैनिक जागरण की टीम सोमवार को 10 बजकर 20 मिनट पर कृषि भवन पहुंची तो खासपुर के किसान के अलावा रामनगर ब्लाक के राजीव यादव, जलालपुर ब्लाक के ग्राम शाहपुर फिरोजपुर के कृपाशंकर, राजेसुल्तानपुर से आए किसान छोटेलाल आदि हाथ में आधार कार्ड, खतौनी और बैंक पासबुक लेकर सम्मान निधि पाने के लिए जद्दोजहद करते दिखे। उन्हें समुचित जानकारी देने वाला कोई नहीं दिखा, क्योंकि कृषि भवन के सभागार में तकनीकी सहायकों की बैठक चल रही थी। इसमें रबी सीजन के दौरान बुवाई आदि पर चर्चा की गई। करीब पौने 11 बजे सभी लिपिक अपने पटल पर पहुंचे तो वरिष्ठ लिपिक साथी कर्मचारियों को अधूरे कार्यों को पूरा करने की नसीहत देते दिखे। उप कृषि निदेशक का पद रिक्त होने से इसका भी प्रभार जिला कृषि अधिकारी के पास है। ऐसे में वह उप निदेशक कक्ष में बैठे मिले। कार्यालय के मुख्य द्वार पर कोने में प्रचार सामग्रियां फेंकी गईं थी। वरिष्ठ सहायक आनंद पांडेय ने बताया कि इसे कृषि जागरूकता मेला, गोष्ठी आदि कार्यक्रमों में वितरण करने के लिए रखा गया है। मृदा परीक्षण कक्ष में चार कर्मचारी मौजूद मिले। यहां फसल बीमा कंपनी का कोई भी कर्मचारी नहीं मिला। कृषि रक्षा कार्यालय में लिपिक चंद्रकेश राजभर बैठे मिले। यहां उर्वरक एवं कीटनाशक पदार्थों की बिक्री के लिए लाइसेंस जारी करने की प्रक्रिया चल रही थी। लिपिक ने बताया कि जिन लाइसेंस पर किसी भी अनियमितता के तहत मुकदमा दर्ज है, उन्हें अब नया लाइसेंस जारी कराना होगा। कार्यालय में सबसे अधिक किसानों की आमद सम्मान निधि की त्रुटियां सही कराने को लेकर थीं। जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि किसान रबी फसलों में गेहूं की बुवाई करने में सीडड्रिल का प्रयोग करें, पराली कतई न जलाएं, सम्मान निधि पाने के लिए कार्यालय से संपर्क कर सही जानकारी जरूर लें।

किसान सम्मान निधि की किस्त बीच में बंद हो गई। इसे सही कराने के लिए यहां आया हूं। दो घंटे से इंतजार कर रहा हूं, लेकिन कोई जानकारी देने वाला नहीं है।

राजीव यादव, रामनगर

किसान सम्मान निधि को लेकर एक माह से दौड़ रहा हूं। कभी बैंक डिटेल में कमी बताई जाती है तो कभी आधार लिक्ड नहीं होने की बात। थककर परेशान हो गया हूं।

कृपाशंकर, शाहपुर-फिरोजपुर, जलालपुर

सुबह आठ ही बजे से आया हूं। दो घंटे से ज्यादा हो गया। कोई कर्मचारी जानकारी के लिए उपलब्ध नहीं है। बैंक गए थे तो वहां बताया गया कि कृषि भवन से अपना ब्यौरा सही कराएं।

छोटेलाल, राजेसुलतानपुर सालभर से परेशान हूं। जब भी यहां आता, अगली बार किस्त आने का आश्वासन दिया जाता। अब अपात्र होने की बात बताई जा रही है।

बनाफर, खासपुर, टांडा

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