लंबे इंतजार के बाद नियुक्ति पत्र मिलते ही झूम उठे शिक्षक

प्राथमिक विद्यालयों में 69000 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में जनपद में आवंटित 57 पदों के लिए नियुक्ति पत्र दिए गए।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 10:25 PM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 10:25 PM (IST)
लंबे इंतजार के बाद नियुक्ति पत्र मिलते ही झूम उठे शिक्षक
लंबे इंतजार के बाद नियुक्ति पत्र मिलते ही झूम उठे शिक्षक

अंबेडकरनगर: प्राथमिक विद्यालयों में 69000 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में जनपद में आवंटित 57 पदों के सापेक्ष 49 सहायक अध्यापकों को नियुक्ति पत्र दिया गया। शुक्रवार को कलेक्ट्रेट में टांडा विधायक संजू देवी और जिलाधिकारी सैमुअल पॉल एन ने नियुक्ति पत्र सौंपा तो युवाओं के चेहरे पर मुस्कान तैर गई। डीएम ने सभी नवनियुक्त अध्यापकों को लगन व मेहनत के साथ छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने की नसीहत दी। पंचायत चुनाव की वजह से परिषदीय विद्यालयों के लिए चयनित 6696 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र नहीं मिल सका था, इसमें जनपद के 49 सहायक अध्यापक भी शामिल थे।

जिला बेसिक शिक्षा विभाग ने पंचायत चुनाव से पहले इनकी काउंसिलिग करा ली थी, लेकिन नियुक्ति पत्र वितरण पर रोक लगा दी थी। चुनाव बाद जैसे ही नियुक्ति देने की प्रक्रिया शुरू हुई, तभी ब्लाक प्रमुख चुनाव का कार्यक्रम घोषित होने से युवाओं को दोबारा मायूस होना पड़ा। अब महीनों बाद इन्हें नियुक्ति पत्र दिया गया। इस दौरान अपर जिलाधिकारी डा. पंकज कुमार वर्मा, भाजपा जिलाध्यक्ष डा. मिथिलेश त्रिपाठी, बीएसए बीपी सिंह, आरएन जोशी, नीरज जायसवाल, डा. हरीशचंद्र शुक्ल, धर्मेंद्र कुमार, ऋषिकांत आदि मौजूद रहे।

अभिभावकों को दीक्षा एप से जोड़ने का लिया निर्णय : आनलाइन कक्षाओं को प्रभावी और कारगर बनाने के लिए शिक्षा विभाग नए सिरे से पहल कर रहा है। अब अभिभावकों को भी दीक्षा एप व रीड एलांग एप्लिकेशन से जोड़ने की तैयारी है, ताकि अभिभावक बच्चों की पढ़ाई के बारे में अपना फीडबैक दे सकें। इससे जहां शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार आएगा, वहीं शिक्षक अपनी कमियों में सुधार लाएंगे। साथ ही पढ़ाई में कमजोर बच्चों के उस पहलू को चिन्हित कर उसे दूर करने का प्रयास किया जाएगा। इस कवायद से आनलाइन क्लास के सही ढंग से मूल्यांकन के साथ ही इस शिक्षा प्रणाली में भी सुधार आएगा।

कोरोना की वजह से स्कूलों में पठन-पाठन अभी तक बंद है। ऐसे में आनलाइन व मोहल्ला पाठशाला के जरिए बच्चों की पढ़ाई चल रही है। इस बीच आनलाइन कक्षाओं की गुणवत्ता को लेकर सवाल भी खड़े हो रहे हैं, ऐसे में अभिभावकों को भी दीक्षा व रीड एलांग एप्लिकेशन से जोड़ने की योजना बनाई गई है। शिक्षकों को अभिभावकों का डाटा इकट्ठा करने का निर्देश दिया गया है। उनका नाम, पता, मोबाइल नंबर आदि एप्लिकेशन से जोड़ा जाएगा, ताकि उनसे संपर्क बना रहे। शिक्षा प्रणाली को लेकर विभाग समय-समय पर उनका फीडबैक लेगा। उम्मीद जताई जा रही कि इस पहल से आनलाइन शिक्षा कारगर व प्रभावी बनेगी। जो भी कमियां हैं, उनमें त्वरित सुधार किया जा सकेगा। खंड शिक्षा अधिकारी मुख्यालय शबिस्ता परवीन ने बताया कि इससे आनलाइन शिक्षा प्रणाली में पारदर्शिता आएगी।

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