आश्वासन के बाद काम पर लौटे एंबुलेंस कर्मी, सुधरीं सेवाएं

काफी जद्दोजहद के बाद एंबुलेंस कर्मियों की हड़ताल आखिरकार पांचवें दिन काम पर लौट आए।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 10:37 PM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 10:37 PM (IST)
आश्वासन के बाद काम पर लौटे एंबुलेंस कर्मी, सुधरीं सेवाएं
आश्वासन के बाद काम पर लौटे एंबुलेंस कर्मी, सुधरीं सेवाएं

अंबेडकरनगर: काफी जद्दोजहद के बाद एंबुलेंस कर्मियों की हड़ताल आखिरकार पांचवें दिन शुक्रवार को समाप्त हो गई। इस बीच जो कर्मचारी घर चले गए थे, वह अभी नहीं लौट सके हैं। इसलिए कहीं-कहीं लोगों को दुश्वारियां भी झेलनी पड़ीं। नामित आउटसोर्सिंग संस्था के जिला समन्वयक एवं विभाग के अधिकारियों ने कुछ मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया है। इस पर सभी कर्मचारियों के काम पर वापस लौटने का दावा किया गया है।

आउटसोर्सिंग पर तैनात एंबुलेंस कर्मी महीनों का बकाया मानदेय दिलाने और ठेका प्रथा खत्म करने की मांग को लेकर कई दिनों से हड़ताल पर थे। इससे स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई थीं। आपात स्थिति में भी मरीजों को एंबुलेंस उपलब्ध नहीं हो पा रही थी। ऐसे में जल्द काम पर न लौटने पर उनके खिलाफ एस्मा के तहत कार्रवाई की चेतावनी दी गई थी। यह सख्ती रंग भी लाई। शुक्रवार को कर्मचारियों, नामित संस्था और स्वास्थ्य अधिकारियों के बीच वार्ता के बाद हड़ताल वापस लेने पर सहमति बनी। आउटसोर्सिंग कंपनी ने कर्मचारियों को आश्वासन दिया कि उनकी मांगें जल्द पूरी की जाएंगी। किसी भी कर्मचारी को नौकरी से निकाला नहीं जाएगा। इस शर्त पर अधिकांश कर्मचारी वापस पर लौट आए। करीब 12 कर्मचारी अभी भी ड्यूटी पर नहीं लौट सके हैं, शनिवार तक उनके भी वापस आने की उम्मीद है। जिला चिकित्सालय परिसर में चार एंबुलेंस खड़ी रहीं। इनकी जगह सरकारी एंबुलेंस से मरीजों को लाया जा रहा था।

एंबुलेंस संचालन समिति के जिला समन्वयक विनोद मिश्र ने बताया कि सभी एंबुलेंस कर्मियों को समझा दिया गया है। वे काम पर लौट आए हैं और हड़ताल समाप्त हो चुकी है। हड़ताल समाप्त होने के बावजूद सीएचसी और पीएचसी पर कार्य प्रभावित रहा। वहां से लोगों को निजी वाहन से मरीजों को लाना पड़ा। कटेहरी से आए राममिलन ने बताया कि बेटा घायल हो गया था। उसे पहले कटेहरी सीएचसी ले गए लेकिन, डाक्टर ने रेफर कर दिया। एंबुलेंस नहीं मिली तो बोलेरो से लाना पड़ा। सीएमओ श्रीकांत शर्मा ने बताया कि हड़ताल समाप्त हो गई है। कुछ नए कर्मियों की तैनाती भी कर दी गई है, ताकि कोई समस्या न उत्पन्न हो।

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