ई-संजीवनी एप से मिलेगी 'स्टे होम ओपीडी' सेवा, विशेषज्ञ देंगे परामर्श

नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में डाउनलोड कराने को एएनएम-आशा को मिली जिम्मेदारी कोरोना के इतर अन्य रोगियों को वीडियो काल से मिलेगा परामर्श

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 10:23 PM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 10:23 PM (IST)
ई-संजीवनी एप से मिलेगी 'स्टे होम ओपीडी' सेवा, विशेषज्ञ देंगे परामर्श
ई-संजीवनी एप से मिलेगी 'स्टे होम ओपीडी' सेवा, विशेषज्ञ देंगे परामर्श

अंबेडकरनगर: कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। इन दिनों अन्य रोगियों का इलाज कराना भी बड़ी समस्या है। गंभीर हालत में अस्पताल पहुंच रहे मरीजों को समय से इलाज व दवाएं नहीं मिल पा रही हैं। हालात इस कदर खराब है कि कई पुराने मरीजों की दवा बंद हो गई है। नए मरीज वायरस के भय से मर्ज दबाए बैठे हैं। इन हालात से निपटने के लिए सरकार अब 'स्टे होम ओपीडी' सेवा शुरू करने जा रही है। इसका ट्रायल शुरू हो गया है। राज्य के प्रांतीय चिकित्सा सेवा संवर्ग के डाक्टर अब आनलाइन होंगे। ऐसे डाक्टरों को ई-संजीवनी सेवा से जोड़ा जाएगा। ई-संजीवनी एप के जरिए मरीजों को चिकित्सकीय सलाह मिलेगी।

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ऐसे करें डाउनलोड: मरीज प्ले स्टोर में जाकर ई-संजीवनी ओपीडी एप डाउनलोड कर सकते हैं। पंजीकरण करते ही टोकन नंबर जेनरेट हो जाएगा। एप पर आनलाइन दिख रहे डाक्टर के नाम पर क्लिक करेंगे तो वह तुरंत वीडियो काल से कनेक्ट होंगे। अभी यह ट्रायल बेस पर चल रहा है। बाद में सुबह नौ से चार बजे तक समय निर्धारित किया जा सकता है।

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हर मर्ज का होगा इलाज: जिला समुदाय प्रक्रिया प्रबंधक (डीसीपीएम) प्रीतम विक्रम ने बताया कि प्रांतीय चिकित्सा सेवा संवर्ग के करीब 13 हजार डाक्टर हैं, इसमें 2500 के करीब विशेषज्ञ हैं। फिजीशियन, स्त्री रोग विशेषज्ञ, ईएनटी सर्जन, नेत्र रोग विशेषज्ञ, जनरल सर्जन समेत कई विधाओं के डाक्टरों को जोड़ा जा रहा है। इसके अलावा एमबीबीएस डाक्टरों की फौज है। यह सुविधा घर बैठे इलाज मुहैया कराने में वरदान साबित होगी। इससे मरीजों में संक्रमण फैलने का खतरा भी टलेगा।

वर्जन:::

ई-संजीवनी एप के बारे में नगर के अलावा गांवों में भी आशा और एएनएम लोंगों को जागरूक कर रही हैं। इससे अच्छे डाक्टरों की सलाह और दवाओं का नाम आसानी से मिल सकेगा, क्योंकि कोविड के चलते निजी और सरकारी अस्पतालों में ओपीडी सेवा पूरी तरह बंद है।

-अनिल कुमार मिश्र, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन

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