कम्युनिटी ट्रांसमिशन रोकने को आज से चलेगा ट्रैकिंग अभियान

पांच से 10 मई तक चलेगा अभियान आशा और एएनएम को मिली विशेष जिम्मेदारी

By JagranEdited By: Publish:Tue, 04 May 2021 09:52 PM (IST) Updated:Tue, 04 May 2021 09:52 PM (IST)
कम्युनिटी ट्रांसमिशन रोकने को आज से चलेगा ट्रैकिंग अभियान
कम्युनिटी ट्रांसमिशन रोकने को आज से चलेगा ट्रैकिंग अभियान

अंबेडकरनगर: कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से रोजाना बढ़ रहा है, इसलिए कम्युनिटी ट्रांसमिशन के खतरे को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर घर-घर सर्वेक्षण कार्यक्रम बुधवार पांच मई से संचालित करेगा। टीम घर-घर जाकर बुखार, सांस के रोगी को अलग तथा अन्य बीमारी से ग्रसित लोगों की ट्रैकिग करेगी। अभियान में आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और एएनएम को जिम्मेदारी दी गई है।

उप मुख्य चिकित्साधिकारी डा. संजय कुमार वर्मा ने बताया कि घर-घर सर्वेक्षण अभियान के तहत जांच की जाएगी और संभावित लक्षण मिलने पर उसी दिन उस मरीज का नमूना लेकर जांच के लिए भेजा जाएगा। लक्षण के आधार पर ही तत्काल कोरोना मेडिसिन किट मुहैया कराई जाएगी। इस दौरान एक आशा को कम से कम 30 घरों तक संपर्क करना है। साथ ही परिवार के प्रत्येक सदस्य की स्वास्थ्य संबंधी पूरी जानकारी अंकित की जाएगी।

आशा, एएनएम अभियान के दौरान दरवाजा नहीं छुएंगी: सर्वेक्षण के दौरान विभाग ने सभी 2423 आशाओं और एएनएम को आनलाइन प्रशिक्षण में बताया कि किसी के द्वार पर पहुंचने के बाद दरवाजे की कुंडी, डोर बेल नहीं बजाना है, बल्कि आवाज देकर बुलाना है। संक्रमण को देखते हुए मास्क, सैनिटाइजर विभाग ने मुहैया करा दिया है। इस दौरान कोरोना के लक्षण, बचाव आदि के बारे में जानकारी के साथ ही जागरूकता संबंधी एक पोस्टर भी घरों पर चस्पा करेंगी।

जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में बनी रणनीति: अभियान को सफल बनाने के लिए प्रभारी जिलाधिकारी व सीडीओ घनश्याम मीणा की अध्यक्षता में बैठक हुई। इसमें सीएमओ, समस्त एसीएम, सभी खंड विकास अधिकारी, सभी केंद्रों के प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी आदि शामिल हुए। प्रभारी जिलाधिकारी ने अभियान को सफल बनाने के साथ कोरोना से बचने के लिए पूरी सावधानी बरतने का निर्देश दिया।

वर्जन:::

कोरोना का संक्रमण अब तेजी से पांव पसार रहा है, इसलिए पूरी तरह से जागरूक होने के साथ मास्क पहनना, बार-बार हाथ धोना, सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना जरूरी है। सर्वेक्षण के दौरान कर्मियों को सुरक्षा किट दी गई है। इसकी रोजाना समीक्षा भी की जाएगी।

-डा. अशोक कुमार, मुख्य चिकित्साधिकारी

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