बैंक कर्मियों ने खुद को किया सुरक्षित, उपभोक्ताओं की नहीं फिक्र
एटीएम बूथों पर नहीं सैनिटाइजर आदि की व्यवस्था
अंबेडकरनगर : पांच तहसीलों में 100 से अधिक विभिन्न बैंकों के एटीएम बूथ संचालित है। यहां कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए इंतजाम नहीं हैं। जनपद में 677 संक्रमितों में 50 से अधिक बैंक कर्मचारियों के संक्रमित होने के बाद बैंक संघ के आह्वान पर बैंकों में पाबंदी लगा दी गई है। समय में भी परिवर्तन कर बैंक ने खुद को कर्मचारियों ने तो सुरक्षित कर लिया गया है, लेकिन उपभोक्ताओं की फिक्र इन्हें नहीं है।
संक्रमण के बढ़ते खतरे को देख सरकारी व निजी संस्थाओं में बायोमैट्रिक का प्रयोग बंद कर दिया गया है। इसके बावजूद एटीएम के की-बोर्ड का लोग बेफिक्री से इस्तेमाल कर रहे हैं। यहां किसी प्रकार के सैनेटाइजेशन की कोई व्यवस्था नहीं है। इससे लोगों में संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। इन पर कैश निकासी के समय सैनिटाइज करने की कोई व्यवस्था उपलब्ध नहीं है। हालांकि, बैंक अधिकारियों का दावा है कि समय-समय पर एटीएम सैनेटाइज हो रहे हैं, लेकिन इन पर सैनिटाइजर रखवाने की व्यवस्था नहीं है।
कोविड गाइड लाइन का हो रहा उल्लंघन : गिने चुने एटीएम पर सुरक्षा कर्मी की तैनाती है। ऐसे में एटीएम के भीतर एक व्यक्ति के प्रवेश का नियम तार-तार हो रहा है। बिना संक्रमण के भय के शारीरिक दूरी के सारे नियम टूट रहे हैं। गुरुवार को पटेलनगर तिराहे पर लगे एक्सिस बैंक एटीएम के भीतर जितने लोग थे, उससे कहीं अधिक एटीएम के बाहर कतार में बिना शारीरिक दूरी के दिखे। वहीं, भारतीय स्टेट बैंक ग्रामीण एटीएम के बाहर खड़े लोगों ने मास्क तो लगा रखा था, लेकिन कोविड प्रोटोकाल का नियम टूटता दिखा।
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जिला मुख्यालय से लेकर ग्रामीणांचल के सभी एटीएम बूथों को नियमित सैनिटाइज कराया जाता है। उपभोक्ताओं को कैश निकासी के समय मास्क लगाने के अलावा शारीरिक दूरी का पालन करना होगा, ताकि संक्रमण से बचा जा सके।
-अशीष सिंह, एलडीएम