...तो जीशान को प्रयागराज में दी गई थी धमाके की जिम्मेदारी, पाकिस्तान से ट्रेनिंग लेकर लौटा था
सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान में 15 दिन का प्रशिक्षण लेकर जब जीशान वापस आया तो उसने माड्यूल के तहत अपना नेटवर्क बढ़ाना शुरू किया। पाक सेना के जवानों ने उसे गोला बारूद हाथियार चलाने की ट्रेनिंग दी थी। उसे धमाके की जिम्मेदारी मिली थी।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। प्रयागराज में करेली थाना क्षेत्र के जीटीबी नगर निवासी मो. जीशान कमर को प्रयागराज समेत कई शहरों में धमाके की जिम्मेदारी दी गई थी। वह पाकिस्तान में इसकी ट्रेनिंग लेकर शहर लौटा था। आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) और सुरक्षा एजेंसियों को कुछ ऐसी ही चौंकाने वाली जानकारी मिली है। ऐसे में अब जीशान के सहयोगी, करीबियों और उसके संपर्क में रहने वालों की तलाश शुरू हो गई है। कहा जा रहा है कि जल्द ही जीशान के नापाक इरादे में शामिल होने की तैयारी कर रहे अन्य लोगों पर भी शिकंजा कसा जाएगा। यह भी पता लगाया जा रहा है कि जीशान के अलावा और कौन-कौन शख्स पाकिस्तान कब और कैसे गए थे। संदिग्ध लोगों के पासपोर्ट व दूसरे कागजातों की जांच भी की जाएगी।
15 दिन पाकिस्तान में प्रशिक्षण लेकर लौटा था जीशान
सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान में 15 दिन का प्रशिक्षण लेकर जब जीशान वापस आया तो उसने माड्यूल के तहत अपना नेटवर्क बढ़ाना शुरू किया। पाक सेना के जवानों ने उसे गोला, बारूद, हाथियार चलाने की ट्रेनिंग दी थी। साथ ही आरडीएक्स आधारित इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आइईडी), ग्रेनेड, पिस्टल व कारतूस भी जमा करने के लिए उससे कहा गया था। इस आधार पर माना जा रहा है कि जीशान ने अपने आतंकी आकाओं के कहने पर ही नैनी के पोल्ट्री फार्म में आइईडी रखा था। धीरे-धीरे वह और भी हथियार एकजुट करने की तैयारी में था।
दिल्ली में एनआइए के अधिकारी करेंगे पूछताछ
यह भी कहा जा रहा है कि दिल्ली में उससे राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) के अधिकारी भी पूछताछ करेंगे, जिससे कुछ और जानकारी मिल सकती है। फिलहाल एटीएस के अलावा खुफिया एजेंसी भी अब करेली और आसपास के इलाके में संदिग्ध लोगों पर कड़ी नजर रख रही है।
लैपटाप, पेन ड्राइव भी बरामद
सूत्रों का कहना है कि जीशान के कब्जे से एक लैपटाप, पेन ड्राइव, हार्ड डिस्क, मोबाइल समेत कई उपकरण बरामद हुए हैं। एक डायरी भी मिली है, जिसमें कुछ मोबाइल अंकित हैं। अब सुरक्षा एजेंसियां लैपटाप व मोबाइल की जांच करेंगी, जिसके बाद उससे मिले सुराग के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। उसके परिवार के दूसरे सदस्यों और दोस्तों की गतिविधियों पर भी नजर रखी जा रही है।
शुआट्स से की एमबीए की पढ़ाई
जीटीबी नगर सी ब्लाक में रहने वाले जीशान ने नैनी स्थित सैम हिग्गिनबाटम यूनिर्विसटी आफ एग्रीकल्चर, टेक्नोलाजी एंड साइंस (शुआट्स) से एमबीए की पढ़ाई की है। वह घर का इकलौता बेटा है। उसके पिता मो. कमर सउदी अरब में नौकरी करते थे, लेकिन एक साल पहले वापस आए हैं। घर में उसकी तीन बहनें हैं, जिनका निकाह हो चुका है। स्वजनों का कहना है कि जीशान भी करीब डेढ़ साल पहले सउदी अरब गया था।
आनलाइन खजूर बेचता था जीशान
सउदी अरब से वापस आने के बाद वह आनलाइन खजूर बेचने का काम करता था। पिता कमर ने बताया कि मंगलवार सुबह उनके घर पुलिस और सादे ड्रेस में कुछ जवान आए। इसके बाद बेटे जीशान को अपने साथ लेकर चले गए। फिर उसके बारे में कुछ पता नहीं चला। हालांकि शाम को जब उसके पकड़े जाने और आतंकियों के मददगार होने की जानकारी मिली तो परिवार से लेकर मोहल्ले वाले भी स्तब्ध रह गए। फिर घरवालों ने मीडिया से भी दूरी बना ली।
आइईडी अवशेष की दिल्ली में होगी जांच
पुलिस सूत्रों का कहना है कि एटीएस की टीम जीशान के साथ ही निष्प्रयोज्य की गई आइईडी का अवशेष दिल्ली ले गई है। वहां उसकी जांच होगी। ताकि उसके क्षमता का आंकलन किया जा सके। साथ ही उसके लिए कहां से कब उपकरण खरीदे गए थे, इस बारे में भी जीशान से पूछताछ की जाएगी। आइईडी अवशेष के साथ ही जीशान को भी एटीएस दिल्ली लेकर गई है।