सावधानी बरतें तो नहीं रहेगा ब्लैक फंगस का खतरा, प्रयागराज के डेंटल सर्जन की सलाह पर करिए अमल
किसी को आंख में सूजन या जबड़ों में इन्फेक्शन हो तो फंगस संक्रमण टेस्ट कराने में देरी न करें। \कोरोना संक्रमण में कई दिन अस्पताल में भर्ती रहे हों या आक्सीजन ज्यादा दिनों तक दिया गया हो तो जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है वे डाक्टर से संपर्क में रहें।
प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना की दूसरी लहर जिस कदर मारक है उसी तरह घातक है ब्लैक फंगस। इधर करीब पखवारे भर से ब्लैक फंगस ने कोरोना से ज्यादा दहशत पैदा कर दी है। कोरोना से ठीक होकर घर आ चुके मरीज और उनके परिवार के लोगों में बेचैनी है कि कहीं ब्लैक फंगस जद में नहीं ले ले। जानकारी के अभाव में लोगों में बिना वजह का डर बना हुआ है। डॉक्टरों की सलाह पर अमल करिए तो खतरा दूर हो जाएगा।
लक्षण पहचानिए और नमी से दूरी बनाइए
शहर के ओरल एंड डेंटल सर्जन और इंडियन डेंटल एसोसिएशन उप्र के उपाध्यक्ष डा. पीपी उपाध्याय कहते हैं कि यह सच है कि कोरोना संक्रमण के बाद अब ब्लैक फंगस का खतरा मंडरा रहा है। इसको लेकर लोगों में असमंजस और घबराहट का माहौल बना है। लेकिन घबराने की जरूरत नहीं। इससे बचा जा सकता है। बस कुछ सावधानियां बरत लें। सफाई पर विशेष ध्यान दें। एसी कूलर को साफ रखें और इन दिनों कूलर में पानी न चलाएं। क्योंकि कमरे की नमी से भी खतरे की संभावना रहती है। मुंह व दांत साफ रखें। दोनों समय ब्रश करें। माउथवॉश दोनों समय करें। सुगर की बीमारी है तो इसे नियमित दवा खाकर कंट्रोल रखें। डाक्टर की सलाह के बिना स्टेरायड न लें। किसी को आंख में सूजन या जबड़ों में इन्फेक्शन हो तो फंगस संक्रमण टेस्ट कराने में देरी न करें। घर से बाहर कहीं जा रहे हैं तो एन-95 मास्क लगाएं। कोरोना संक्रमण के चलते कई दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहे हों या आक्सीजन ज्यादा दिनों तक दिया गया हो तो जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है वे डाक्टर से संपर्क में रहें। क्योंकि ब्लैक फंगस पोस्ट कोविड में ज्यादा हो रहा है। हालांकि शुरुआती दिनों में सचेत होने और डाक्टर को परीक्षण में इसकी पुष्टि होने पर दवा भी आसान है। किसी भी हाल में आपको घबराना नहीं है।