आटा मिल में कोबरा नाग-नागिन का जोड़ा देख खलबली, अंकित टारजन ने किया रेस्क्यू
आटा मिल कर्मचारियों को सुबह नौ बजे नाग-नागिन का जोड़ा दिखा। बोरे पर एक साथ दो सांप देखकर सहमे कर्मचारियों ने मालिक को इस बारे मे सूचना दिया। मालिक ने आकर देखा तो कीडगंज में रहने वाले सर्प मित्र अंकित टारजन को मोबाइल फोन पर इस बारे में बताया।
प्रयागराज, जागरण,संवाददाता। यमुनापार इलाके में औद्योगिक क्षेत्र के एक आटा मिल में बुधवार को कोबरा नाग-नागिन का जोड़ा दिखने से अफरा-तफरी मच गई। मिल में एक साथ दो नाग देखकर कर्मचारी घंटों दहशत में रहे। इस बारे में जानकारी मिलने पर पहुंचे सर्प मित्र अंकित टारजन ने नाग-नागिन को पकड़कर संड़वा के पास जंगल में छोड़ दिया।
घंटे भर तक दूर-दूर खड़े रहे कर्मचारी
औद्योगिक थाना क्षेत्र में यूनाइटेड कॉलेज के सामने आटा मिल में काम करने वाले कर्मचारियों को सुबह नौ बजे के आसपास नाग-नागिन का जोड़ा दिखा। मिल में बोरे पर एक साथ दो सांप देखकर सहमे कर्मचारियों ने मालिक को इस बारे मे सूचना दिया। मालिक ने आकर देखा तो कीडगंज में रहने वाले सर्प मित्र अंकित टारजन को मोबाइल फोन पर इस बारे में बताया। कुछ देर में अंकित आटा मिल पहुंच गए। इस दौरान कर्मचारी कोहरा नागों के डर से दूर-दूर खड़े रहे। बोरों के गट्ठरों के बीच दोनों कोबरा नाग छिपे थे। कुछ कर्मचारी नाग-नागिन को मारने की फिराक में थे लेकिन अंकित ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया। अंकित ने बोरे को गट्ठरों को अलग किया तो अलग अलग गट्ठर के बीच नाग और नागिन छिपे दिखे। अंकित ने पहले बड़ी सावधानी के साथ नाग को पकड़कर डिब्बे में बंद किया। फिर नागिन को भी पकड़ा और बंद करने के बाद संड़वा के जंगल में छोड़ दिया। अब तक सहमे रहे आटा मिल कर्मचारियों ने नागों के पकड़े जाने पर राहत की सांस ली। कुछ समय पहले इसी तरह घूरपुर के करमा इलाके के स्कूल में इंडियन कोबरा नाग-नागिन का जोड़ा दिखा तो अंकित ने उन्हें रेस्क्यू किया था।
स्नेक फ्रेंड के तौर पर विख्यात हैं अंकित
उल्लेखनीय है कि अंकित पिछले कई साल से सांपों को बचाकर जंगल में छोड़ने की वजह से सर्प मित्र के नाम से विख्यात हो चुके हैं। अंकित पिछले कई वर्षों से आबादी में घर, दुकान, मिल, कार्यालय, स्कूल जैसी जगहों पर आए सांप, अजगर, मगर गोह सहित अन्य जंगली जीव-जंतुओं पकड़ कर सुरक्षित स्थान पर छोड़ रहे हैं। कुओं से भी वह जान जोखिम में डालकर कई बार अत्यधिक विषेैले सांप को बचाकर जंगल में छोड़ चुके हैं।