दाखिल-खारिज में फर्जीवाड़ा: बिना रजिस्ट्री जमीन दूसरे के नाम कर दी, फसेंगे प्रयागराज के लेखपाल और तहसीलदार

मामला 2011 का है। फूलपुर तहसील क्षेत्र के भदकार गांव निवासी बसंत लाल ने जो जमीन खरीदी थी। उसके बगल की जमीन को बिना रजिस्ट्री कराए ही लेखपाल तहसीलदार से मिलकर अपने नाम दाखिल खारिज करवा लिया। दाखिल-खारिज होने के बाद जमीन के मालिक शारदा प्रसाद को जानकारी हुई।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 12:02 PM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 12:02 PM (IST)
दाखिल-खारिज में फर्जीवाड़ा: बिना रजिस्ट्री जमीन दूसरे के नाम कर दी, फसेंगे प्रयागराज के लेखपाल और तहसीलदार
प्रयागराज में एक ग्रामीण की भूमि दूसरे के नाम फर्जी तरीके से कर दिया गया।

प्रयागराज, जेएनएन। लेखपाल और तहसीलदार राजस्व रिकॉर्ड में किसी भी हद तक खेल कर सकते हैं। इसका एक मामला प्रयागराज में झूंसी के उस्तापुर महमूदाबाद गांव में सामने आया है। यहां पर लेखपाल और तहसीलदार ने काश्तकार की मिलीभगत से एक ग्रामीण की जमीन बिना रजिस्ट्री के ही साढ़े छह बीघा दूसरे के नाम दाखिल खारिज कर दी। यह खेल हुए 10 साल हो गए हैं लेकिन अब तक उसे सुधारा नहीं गया है। अब मामला प्रकाश में आया है तो उनके राजस्व रिकार्ड खंगाले जा रहे है। साथ ही उन लेखपाल और तहसीलदार की भी तलाश की जा रही है जिन्होंने ऐसा खेल किया है। 

मामला 2011 का है। फूलपुर तहसील क्षेत्र के भदकार गांव निवासी बसंत लाल ने जो जमीन खरीदी थी। उसके बगल की जमीन को बिना रजिस्ट्री कराए ही लेखपाल तहसीलदार से मिलकर अपने नाम दाखिल खारिज करवा लिया। दाखिल खारिज होने के दो साल बाद जमीन के मालिक शारदा प्रसाद की जानकारी हुई। उसने तहसील दिवस से लेकर डीएम और मुख्यमंत्री की जन सुनवाई पोर्टल तक अपनी फरियाद लगाई। हालांकि उसकी सुनवाई नहीं हुई। 

एसडीएम फूलपुर में मामले की जांच शुरू की तो मिली गड़बड़ी

लंबी लड़ाई के बाद अब परेशान किसान अपनी लड़ाई लड़ने के लिए खुद वकील बनने चल पड़ा है। मामला अखबार में सुर्खियां बना तो प्रशासन भी सक्रिय हो गया। एसडीएम फूलपुर में मामले की जांच शुरू की तो गड़बड़ियां सामने आने लगी कि यह खेल तो लेखपाल और तहसीलदार की मिलीभगत से हुआ था। इसलिए 2011 में उस्तापुर महमूदाबाद में तैनात लेखपाल और फूलपुर तहसील में तैनात तहसीलदार की जांच कराई जा रही है। इस मामले में लेखपाल और तहसीलदार पर भी कार्रवाई की जाएगी।

बोले, फूलपुर के एसडीएम

फूलपुर के एसडीएम युवराज सिंह ने बताया कि बिना रजिस्ट्री हुए किसी जमीन की दाखिल खारिज नहीं हो सकती है। लेखपाल और तहसीलदार ने कैसे कर दिया। उन लोगो ने भारी गड़बड़ी की है।

chat bot
आपका साथी