Mission 2022: चुनाव करीब आते ही प्रयागराज से प्रतापगढ़ तक राजनीतिक दांव-पेच शुरू

विधानसभा चुनाव नजदीक आने पर सत्ता पक्ष द्वारा मुख्य विपक्षी सपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ शुरू हुई व्यूह रचना क्या गुल खिलाएगी इस पर सबकी नजर बनी हुई है। इस तरह से सपा और भाजपा में प्रतिद्वंदिता तेज हो गई है। अन्य दलों में चुनावी गतिविधियों को सक्रियता बढ़ गई है।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Thu, 25 Nov 2021 05:18 PM (IST) Updated:Thu, 25 Nov 2021 05:18 PM (IST)
Mission 2022: चुनाव करीब आते ही प्रयागराज से प्रतापगढ़ तक राजनीतिक दांव-पेच शुरू
विधानसभा चुनाव की आहट से भाजपा-सपा सहित सभी राजनैतिक दलों में बढ़ी प्रतिस्पर्धा

प्रयागराज, जेएनएन। विधानसभा चुनाव करीब आने के साथ ही चुनाव आयोग के साथ राजनीतिक दलों के लोगों की भी अपनी तैयारी शुरू हो चुकी है। सत्ता पक्ष की पार्टी भाजपा के साथ ही प्रमुख विपक्षी सपा के प्रमुख कार्यकर्ता इस ओर लग गए हैं। इसमें सत्ता पक्ष द्वारा प्रमुख विपक्षी पार्टी सपा कार्यकर्ताओं को घेरने के लिए पार्टी नेताओं द्वारा व्यूह की रचना शुरू कर दी गई है। प्रतापगढ़ में तीन वर्ष पहले सपा कार्यकर्ताओं पर दर्ज मुकदमे की चार्जशीट भेजे जाने की भनक दो दिन पूर्व सपा कार्यकर्ताओं की मिली तो उनमें खलबली मच गई। इस चार्जशीट को इसी व्यूह रचना का एक हिस्सा माना जा रहा है।

 प्रतापगढ़ में कोतवाली पुलिस ने पट्टी नगर में तीन वर्ष पूर्व हुए विवाद के मामले में 20 सपा कार्यकर्ताओं पर शिकंजा कसते हुए इससे संबंधित आरोप पत्र न्यायालय भेजा है। तीन वर्ष पूर्व 4 फरवरी 2018 को आसपुर देवसरा के तत्कालीन थानाध्यक्ष रहे राजकिशोर आसपुर देवसरा के पूर्व प्रमुख के पति व पांच लाख के इनामी बदमाश सभापति यादव की गिरफ्तारी के बाद उन्हें जिला जेल छोड़कर वापस लौट रहे थे। उसी समय पट्टी नगर में शाम को पट्टी नगर के ढकवा मोड़ पर फल का ठेला लगाने वाले कुछ लोगों से इनका विवाद हो गया था। जमकर बवाल हुआ था। इस मामले में अनिल सिंह निवासी बीबीपुर बारडीह ने 16 लोगों को नामजद करते हुए 50 - 60 अज्ञात के खिलाफ 7 सी एल एक्ट, 307 सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था। इस मुकदमे में सपा पट्टी विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष रमाशंकर यादव लबेदा, सुरेश यादव उमरा, वीरेंद्र यादव दलापुर, कल्लू यादव बिझला, जीत लाल यादव उर्फ पप्पू रामकोला, कल्लू यादव उर्फ गुलाब चंद्र बिझला ,राजेश यादव सहित एक दर्जन लोग आरोपी बनाए गए थे। तीन वर्ष पूर्व दर्ज हुए इस मुकदमे की चार्जशीट भेजे जाने की जानकारी दो दिन पूर्व सपा कार्यकर्ताओं को मिली तो इसको लेकर सपा कार्यकर्ताओं की धड़कन बढ़ गई है।

इसी तरह 10 जुलाई 2021 को देवसरा में संपन्न हुए ब्लॉक प्रमुख चुनाव के दौरान सपा कार्यकर्ताओं द्वारा फर्जी वोटिंग के विरोध के बाद हुए बवाल में तत्कालीन देवसरा थानाध्यक्ष नरेंद्र सिंह की तहरीर पर सपा जिलाध्यक्ष छविनाथ यादव, सपा कार्यकारिणी सदस्य विजय यादव, जीतलाल यादव पप्पू, कुलदीप यादव, प्रेमचंद यादव, पंकज यादव सुभाष यादव, रमाशंकर यादव, नवीन चंद्र, सतीश चंद, अविनाश यादव, अंकित यादव, सचिन यादव सहित 161 सपा कार्यकर्ताओं को नामजद करते हुए 250 अज्ञात के खिलाफ धारा 147, 148, 149 , 323 , 504, 506, 307 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। इसमें कुछ सपा कार्यकर्ताओं ने जमानत भी करवा ली है। कुछ जेल में अभी बंद है। तमाम सपा कार्यकर्ता अभी हाजिर नहीं हुए हैं। इस तरह विधानसभा चुनाव नजदीक आने पर सत्ता पक्ष द्वारा मुख्य विपक्षी सपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ शुरू हुई व्यूह रचना क्या गुल खिलाएगी, इस पर सबकी नजर बनी हुई है। इस तरह से सपा और भाजपा में प्रतिद्वंदिता तेज हो गई है। अन्य दलों में चुनावी गतिविधियों को सक्रियता बढ़ गई है। कई पुराने गड़े मुर्दे उखड़ने लगे हैं।

सीओ पट्टी का है कहना

किसी भी दर्ज मुकदमे में चार्जशीट जाने की प्रक्रिया नियमित है। इसे किसी राजनीतिक दबाव अथवा चुनाव से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। आरोपितों की गिरफ्तारी एक कानूनी प्रक्रिया है आरोपित किसी भी दबाव में बच नहीं सकते।

दिलीप सिंह, सीओ - पट्टी

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