Magh Mela 2022: भूमि पूजन के साथ संगम तट पर मेले की तैयारी ने पकड़ी रफ्तार

संगम तट पर लगने वाला माघ मेला देश-दुनिया में विख्यात है। माघ मेला यानी तंबुओं की दो माह के लिए बसने वाली नगरी। तंबुओं में बसा शहर और उसमें अजीबो गरीब वेशभूषा वाले साधु-संत। इसे देखने के लिए देश भर से श्रद्धालुओं के साथ ही सैलानी भी आते हैं।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Mon, 22 Nov 2021 10:01 AM (IST) Updated:Mon, 22 Nov 2021 10:01 AM (IST)
Magh Mela 2022: भूमि पूजन के साथ संगम तट पर मेले की तैयारी ने पकड़ी रफ्तार
सुरक्षा को लेकर किए जाने वाले इंतजाम को लेकर पुलिस ने भी तैयारी शुरू कर दी है।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। गंगा-यमुना और सरस्वती के पावन मिलन स्थल पर लगने वाले माघ मेला की तैयारी में तेजी आ गई है। संगम क्षेत्र में पुलिस अधिकारियों ने निर्विघ्न माघ मेले के लिए भूमि पूजन किया। इसके साथ ही मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं की सुरक्षा व सुविधा को लेकर किए जाने वाले इंतजाम को लेकर पुलिस ने भी तैयारी शुरू कर दी है। जल्द ही माघ मेला में पुलिस लाइन भी बनाने का काम भी शुरू हो जाएगा।

अब मेले में पुलिस की भी रहेगी सक्रियता

एडीजी प्रेम प्रकाश, आइजी राकेश सिंह और एसएसपी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी ने अन्य अधिकारियों के साथ संगम क्षेत्र में मंत्रोच्चार के बीच भूमि पूजन किया। श्रीमठ बाघम्बरी गद़्दी के महंत बलवीर गिरि भी पूजा में शामिल रहे। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अब मेले के लिए फोर्स की मांग और दूसरी व्यवस्था की जाएगी। मेला क्षेत्र में दूसरे विभाग की ओर से निर्माण कार्य शुरू किया जा रहा है। इसके दृष्टिगत पूरे मेला क्षेत्र में पुलिस की गश्त बढ़ाई जा रही है। माघ मेला प्रशासन ने भी अब तैयारी को और तेज कर दिया है क्योंकि बमुश्किल डेढ़ माह का वक्त बचा है। इतने कम वक्त में पुलिस को थाने और दमकल की व्यवस्था करनी है तो मेला प्रशासन को पांटून पुल से लेकर सड़क तैयार कर चकर्ड प्लेट बिछाने का काम पूरा करना है। बिजली प्रकाश व्यवस्था भी पूरी करनी है।

ताकि पर्यटकों और श्रद्धालुओं को हो सुखद अहसास

संगम तट पर लगने वाला माघ मेला देश-दुनिया में विख्यात है। माघ मेला यानी तंबुओं की दो माह के लिए बसने वाली नगरी। तंबुओं में बसा शहर और उसमें अजीबो गरीब वेशभूषा वाले साधु-संत। यानी अलग ही दुनिया। इसे देखने और संगम में डुबकी लगाने के लिए देश भर से श्रद्धालुओं के साथ ही सैलानी भी आते हैं। तमाम विदेशी पर्यटक भी माघ मेला का नजारा देखने पहुंचते हैं। इसलिए प्रदेश सरकार और प्रशासन का प्रयास रहता है कि मेले में ऐसी व्यवस्था और सुंदरता लाई जाए कि श्रद्धालुओं के साथ ही पर्यटकों को यहां सुखद अहसास हो।

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