Water conservation : प्रयागराज में तालाबों के संरक्षण के लिए नई पहल, मछली पालन के साथ बचाएंगे तालाब
बारिश के पानी को रोकने और संचय करने के साधन समाप्त हो रहे हैं। भूजल स्तर में गिरावट दर्ज की जा रही है। सरकार का मानना है कि अगर पोखरों तालाबों व झीलों का संरक्षण कर दिया जाए तो भूजल के स्तर के गिरावट को नियंत्रित किया जा सकता है।
प्रयागराज,जेएनएन। जिला प्रशासन तालाबों के संरक्षण के लिए नई पहल करने जा रहा है। इसके लिए मत्स्य पालन को बढ़ावा दिया जाएगा। इससे रोजगार के अवसर तो बनेंगे ही जल संरक्षण भी होगा। जिले के 21 गांव के 36.307 हेक्टेयर में 37 तालाब चिह्नित किए गए हैैं। आगामी छह अगस्त को सदर तहसील में शिविर लगाकर 10 साल के लिए पट्टा दिया जाएगा।
प्रदेश में लगातार गिरते भूमिगत जलस्तर एवं प्राकृतिक संतुलन को बचाने की कवायद की जा रही है। सरकार सभी निकायों में तालाब, पोखर व झीलों के संरक्षण के लिए भी काम कर रही है। इसके तहत जिला प्रशासन ने सदर तहसील क्षेत्र के 21 गांवों में तालाब आवंटित करने का निर्णय लिया है। साथ ही तालाब, पोखर, मीनाशय का कायाकल्प किया जाएगा।
दरअसल, बारिश के पानी को रोकने और संचय करने के साधन समाप्त हो रहे हैं। इसी वजह से भूजल स्तर में गिरावट दर्ज की जा रही है। सरकार का मानना है कि अगर पोखरों, तालाबों व झीलों का संरक्षण कर दिया जाए तो भूजल के स्तर के गिरावट को नियंत्रित किया जा सकता है। इसी दिशा में कदम उठाया जा रहा है। एसडीएम सदर विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि तालाबों में मत्स्य पालन के लिए नीलामी की जाएगी। इनकी निलामी में छह अगस्त को होनी है। इन तालाबों को जो लेंगे, उन्हें मछली पालन से रोजगार मिलेगा। साथ ही वह जल संरक्षण भी करेंगे।
इन गांवों में तालाबों के होंगे पट्टे
अकबरपुर सल्लाहपुर, मैनापुर, मादपुर, मुहीउद्दीनपुर भरेठा, अहमदपुर पावन, बेगमपुर, गोविंदपुर उर्फ लोकीपुर, जनका, मरदानपुर, भगवतपुर, अब्दुल वहाबपुर, मंदर देहमाफी, करेंहदा उपरहार, झपिया, कादिरपुर आदमपुर, गाजा, कुंदनपुर, तेवारा, अकबरपुर मिर्जापुर, मंदरी, अहमदपुर असरौली।