महिला घर लौटी तो दिखा ऐसा मंजर कि उड़ गए होश, प्रयागराज में राजरूपपुर की घटना
नीरज शराब पीने का आदी था। वह पत्नी से शराब के लिए पैसा मांगता था और न मिलने पर झगड़ा करता था। उनके बीच इसी बात पर विवाद हुआ जिसके बाद पत्नी काम पर चली गई। वापस घर लौटी तो पति को फंदे पर लटका देख हतप्रभ रह गई
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। शहर के धूमनगंज थाना क्षेत्र के राजरूपपुर में रहने वाले 40 वर्षीय नीरज जायसवाल की सोमवार रात संदिग्ध दशा में मौत हो गई। पत्नी घर पहुंची तो नीरज फंदे पर लटका हुआ था। उसके दोनों हाथ पीछे की तरफ रस्सी से बंधा हुआ था। यह देख पत्नी रोने-चीखने लगी। मंगलवार शाम पोस्टमार्टम रिपोर्ट में फांसी से मौत की पुष्टि हुई, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि आखिर हाथ किसने और क्यों बांधा था।
गरीबी से जूझ रहा था परिवार
पूरामुफ्ती में बमरौली निवासी नीरज जायसवाल प्राइवेट काम करता था। वह राजरूपपुर में 60 फीट रोड पर एक मकान में किराए का कमरा लेकर पत्नी संगीता के साथ रहता था। उनके बच्चे नहीं है। पत्नी दूसरे के घर चौका बर्तन का काम करती है। पुलिस का कहना है कि नीरज शराब पीने का आदी था। वह पत्नी से शराब के लिए पैसा मांगता था और न मिलने पर झगड़ा करता था। सोमवार को भी उनके बीच इसी बात पर विवाद हुआ, जिसके बाद पत्नी काम पर चली गई। रात 10 बजे के बाद वापस घर लौटी तो पति को फंदे पर लटका देख हतप्रभ रह गई। खबर पाकर चौकी इंचार्ज राजरूपपुर, इंस्पेक्टर धूमनगंज मौके पर पहुंचकर छानबीन की। पूछताछ में पत्नी ने शराब को लेकर विवाद होने की जानकारी दी। हालांकि उसके कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। कमरे का दरवाजा भी भीतर से बंद नहीं था। नीरज के दोनों हाथ रस्सी से बंधे हुए थे। मंगलवार को कुछ लोगों ने हत्या की आशंका जताते हुए घटना की तस्वीर व वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर दिया। मगर शाम को पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण फांसी लगाना पाया गया। फिलहाल इंस्पेक्टर तारकेश्वर राय का कहना है कि सारे तथ्यों की जांच की जा रही है। उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बूढ़े मां-बाप को घर से बेदखल करना चाह रहे सूदखोर
सूदखोर के चंगुल में फंसकर एक व्यवसायी डिप्रेशन में सुसाइड करने का प्रयास कर रहा था। संयोग था कि मौके पर उसकी पत्नी पहुंच गई, जिसने उसे बचा लिया। पूरा वाक्या जानने के बाद पत्नी उसे लेकर अज्ञात स्थान पर चली गई। उधर जानकारी होने पर सूदखोरों ने घर में बचे बूढ़े मां बाप को घर से बेदखल कर उसपर काबिज होने के प्रयास में मंगलवार सुबह घर को घेर लिया था। मौके पर पहुंची पुलिस सभी को थाने उठा ले गई। पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई न किए जाने पूरा परिवार सहमा हुआ है।
नैनी थाना क्षेत्र के चकगरीब दास गांव स्थित प्रिय प्रवास कालोनी निवासी केदार नाथ केसरी की ओर से पुलिस को दी गई तहरीर के मुताबिक उसके दो बेटों में से बड़ा बेटा अरविंद कुमार पिछले चार साल से अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ अलग मकान के ऊपरी मंजिल पर रहता था। नमकीन की फैक्ट्री चलाता था। कुछ लोगों से उधार रुपये लिया था। ब्याज पर ब्याज लगाकर सूदखोरों ने कई गुना रुपये बना लिया था, जिसे चुकता करते हुए वह पूरी तरह से कंगाल हो गया था। वह बीते 20 अगस्त को चुपचाप घर छोड़कर चला गया था। बहू की ओर से भेजे गए वीडियो से उन्हें पूरा वाक्या पता चला। वह परिवार वालों से कोई मतलब नहीं रखता था, जिससे उसके द्वारा किए गए कार्यों की उन्हें कोई जानकारी नहीं थी।