क्या है 0011 नंबर का राज! श्री मठ बाघम्बरी गद्दी की ज्यादातर गाड़ियों का एक ही नंबर
बाघम्बरी मठ से जुड़े कुछ लोगों का कहना है कि 0011 नंबर को महंत नरेंद्र गिरि अपना लकी नंबर समझते थे। जबकि कुछ ने तर्क दिया कि सभी गाड़ियां मठ के शिष्याें सेवादाराें और संतो के उपयोग में आती थी लिहाजा उनका सिरीज एक ही रखा गया था।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। अल्लापुर स्थित विशाल और वैभवशाली श्रीमठ बाघम्बरी गद्दी को लेकर तमाम रोचक तथ्य हैं। मठ के महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध दशा में हुई मौत के बाद उनसे जुड़ी बातें लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है। इसी में एक उनकी लग्जरी गाड़ियां भी हैं, जिनका नंबर 0011 है। घटना के बाद जब मठ में मीडिया और पुलिस अफसर समेत अन्य लोग पहुंचे तो वहां खड़ी लग्जरी गाड़ियों ने बरबस ही सबका ध्यान अपनी ओर खींचा था। मगर अब इन्हीं गाड़ियों पर पड़े नंबर भी रहस्य बने हुए हैं। करीब 15 लाख रुपये से लेकर 80 लाख रुपये तक के चार पहिया वाहनों का सिरीज भले ही अलग-अलग हो, लेकिन उनका नंबर 0011 ही है। आखिर इस अंक के नंबर का असली राज क्या है, यह जानने की उत्सुकुता सभी में है। वहीं, लाखों रुपये वाली अलग-अलग कंपनी की बाइक के नंबर भी भिन्न हैं।
इसे लकी नंबर समझते थे महंत
बाघम्बरी मठ से जुड़े कुछ लोगों का कहना है कि 0011 नंबर को महंत नरेंद्र गिरि अपना लकी नंबर समझते थे। जबकि कुछ ने तर्क दिया कि सभी गाड़ियां मठ के शिष्याें, सेवादाराें और संतो के उपयोग में आती थी, लिहाजा उनका सिरीज एक ही रखा गया था। ताकि किसी दूसरे अखाड़े या स्थान पर लोग नंबर देखकर यह जान जाएं कि फलां गाड़ी श्रीमठ बाघम्बरी गद्दी की है। उनके शिष्य आनंद गिरि भी महंगी गाड़ियों का शौक रखते थे। फिलहाल मठ में मौजूद नौ कार अलग-अलग लोगों ने नाम पर हैं।
एस्कार्ट का नंबर भी 0011
चौंकाने वाली बात यह है वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा से अच्छादित रहे महंत के एस्कार्ट गाड़ी का नंबर भी 0011 है। ऐसे में लोग सवाल उठा रहे हैं कि एस्कार्ट का नंबर मठ की गाड़ियों के नंबर से अलग क्यों नहीं है। हालांकि कहा जा रहा है कि महंत की सुरक्षा व एस्कार्ट में 11 पुलिसकर्मी रहते थे। मगर उन्हें गाड़ी मठ की ओर से ही मुहैय्या कराई जाती थी।
डेढ़ करोड़ की लैंड क्रूजर भी
मठ में सबसे महंगी और लग्जरी गाड़ी है लैंड क्रूजर। टाप माडल की लैंड क्रूजर करीब डेढ़ करोड़ रुपये की बताई जाती है, जिसे कुछ साल पहले ही खरीदी गई थी। इसका नंबर 5001 है। यह भी कहा जा रहा है कि महंत जब किसी वीवीआइपी या वीआइपी से मिलने के लिए कहीं जाते थे, तभी लैंड क्रूजर का उपयोग करते थे।