बच्चों पर मौसम का वार, प्रयागराज और प्रतापगढ़ में अस्पतालों की ओपीडी में मरीजों की कतार

वायरल बुखार की लोगों को चपेट में ले रहा है। खासकर संक्रमण बच्चों पर अधिक भारी पड़ रहा है। वह बुखार जुकाम सर्दी व पेट दर्द से पस्त हो रहे हैं। प्रयागराज से लेकर प्रतागढ़ तक में ऐसे बीमार बच्चों की आमद इस हफ्ते में दोगुना हो गई है।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Sun, 29 Aug 2021 07:30 AM (IST) Updated:Sun, 29 Aug 2021 07:30 AM (IST)
बच्चों पर मौसम का वार, प्रयागराज और प्रतापगढ़ में अस्पतालों की ओपीडी में मरीजों की कतार
बुखार, जुकाम सर्दी से लोग हो रहे पस्त, वायरल संक्रमण की घर-घर दस्तक

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। इन दिनों मौसम में बार-बार हो रहा बदलाव सेहत को झटका दे रहा है। वायरल बुखार की लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। खासकर संक्रमण बच्चों पर अधिक भारी पड़ रहा है। वह बुखार, जुकाम, सर्दी व पेट दर्द से पस्त हो रहे हैं। प्रयागराज से लेकर प्रतागढ़ तक सरकारी व निजी अस्पतालों में ऐसे बीमार बच्चों की आमद इस हफ्ते में दोगुना हो गई है। पहले एक चिकित्सक की ओपीडी में 20 से 25 बच्चे आते थे, अब 55 से 60 तक आ रहे हैं। यह बदलाव इस दस दिन में आया है। इन दिनों कभी बरसात हो रही है तो कभी धूप निकल आती है। कभी उमस रहती है तो कभी ठंड का एहसास होने लगता है। प्रतापगढ़ में राजकीय मेडिकल कालेज के पुरुष अस्पताल में इस समय बच्चों के तीन डाक्टर बैठ रहे हैं। सबकी ओपीडी में बच्चों की लाइन लग रही है। आने वाले बच्चों में अधिकांश को बुखार, खांसी व सर्दी की समस्या बताई जा रही है। शनिवार को भी बहुत से लोग अपने बच्चों को लेकर चिकित्सक के पास आए। उनको दिखाने में परेशान रहे।

आराम न होने पर आए मेडिकल कालेज

प्रतापगढ़ सदर के पिरथीगंज गांव के अखिलेश सिंह तीन साल की बेटी मीठी को लेकर अस्पताल आए थे। उसे तीन दिन से बुखार आ रहा था। स्थानीय स्तर पर दिखाने पर आराम न होने पर अस्पताल ले आए। ऐसे ही सगरा की जान्हवी ढाई साल के भाई को चिकित्सक के पास लेकर आई थी। उसे दो दिन से जुकाम बुखार की समस्या थी। वह अधिक रोता है व चिड़चिड़ा भी हो गया है। ऐसे ही दर्जनों लोग परेशान है।

चिकित्सकों ने दी सलाह

मेडिकल कालेज के वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डा. योगेश दुबे ने बच्चों के अभिभावकों की कई सलाह दी। बताया कि इन दिनों जुकाम के कारण बच्चों की नाक बंद हो जाने पर गुनगुने पानी में नमक डालकर उसे ड्राप की तरह दो-चार बूंद नाक में डालें तो नाक खुल जाएगी। बच्चों को फ्रिज का पानी कतई न दें। इस मौसम में फल भी न दें। बच्चे शाम को नहाने न पाएं। उनको भीगने से भी बचाएं।

तरल पदार्थ ज्यादा दें बच्चों को

तरल पदार्थ का करें इस्तेमाल बच्चों को तरल पदार्थ देने पर अधिक ध्यान दें। गुनगुना पानी, दाल का पानी, गर्म व पतला दूध, चाय, सूप जैसे तरल पदार्थ व पतली खिचड़ी, दलिया देने से बच्चों का स्वास्थ्य ठीक रहेगा।

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