Water Conservation: सफाई के अभाव में खत्म हो रहा राजा पदुमजंग के कुएं का वैभव, सफाई हो तो मिले स्‍वच्‍छ पानी

Water Conservation राजा जनरल पदुमजंग बहादुर ने मंदिर का निर्माण कराने से पहले पक्का कुआं बनवाया था। मंदिर में आसपास और दूर-दराज से आने वाले श्रद्धालु कुएं से पानी लेकर जल चढ़ाते थे और उसे पीते भी थे।

By Rajneesh MishraEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 06:10 AM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 04:44 PM (IST)
Water Conservation: सफाई के अभाव में खत्म हो रहा राजा पदुमजंग के कुएं का वैभव, सफाई हो तो मिले स्‍वच्‍छ पानी
अगर कुएं की सफाई करा दी जाए तो श्रद्धालुओं और आसपास के लोगों को पीने को शीतल जल मिलने लगेगा।

प्रयागराज,जेएनएन। शिवकुटी क्षेत्र में प्राचीन शिव कचहरी मंदिर परिसर में डेढ़ सौ साल पहले बना कुआं रख-रखाव न होने से जर्जर हालत में पहुंच गया है। नेपाल के राजा जनरल पदुमजंग बहादुर द्वारा बनवाए गए इस कुएं की सफाई न होने से जल प्रदूषित हो गया है। इससे लोग अब कुएं से पानी नहीं पीते हैं। अगर कुएं की सफाई करा दी जाए तो श्रद्धालुओं और आसपास के लोगों को पीने के लिए शीतल जल मिलने लगेगा। पानी की समस्या भी दूर हो जाएगी।

मंदिर से पहले कराया था कुएं का निर्माण

राजा जनरल पदुमजंग बहादुर ने मंदिर का निर्माण कराने से पहले पक्का कुआं बनवाया था। मंदिर में आसपास और दूर-दराज से आने वाले श्रद्धालु कुएं से पानी लेकर जल चढ़ाते थे और उसे पीते भी थे। करीब साल भर पहले तक क्षेत्र में बिजली कट जाने और जलापूर्ति ठप हो जाने पर इस कुएं से लोग पानी पीते थे लेकिन, धीरे-धीरे कुएं के पटते जाने से अब लोगों ने इससे पानी पीनाा बंद कर दिया है। कुएं में गड़ारी अभी भी लगी है। हालांकि, सुरक्षा के लिए लोहे के जाल नहीं लगे हैं।

नगर अभियंता के निरीक्षण के बाद भी नहीं कुएं की सफाई

क्षेत्रीय पार्षद कमलेश तिवारी का कहना है कि उन्होंने इस प्राचीन कुएं की सफाई के लिए करीब साल भर पहले नगर निगम प्रशासन को पत्र लिखा था, जिसके आधार पर क्षेत्रीय नगर अभियंता ने मौके का निरीक्षण किया था। उन्होंने वाराणसी से सफाई कराने वाले को बुलाकर कुएं की सफाई कराने का आश्वासन दिया था मगर, कुछ नहीं हुआ। कुएं की सफाई कराकर मोटर और पाइप लगवा दी जाए तो सैकड़ों घरों के लोगों को शुद्ध और शीतल जल मिलने लगेगा।

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