Water Supply: प्रयागराज के नैनी इलाके में 13 हजार घरों में दूर होगी पानी की समस्या
सीमा विस्तार वाले क्षेत्रों में नलकूप हैंडपंप लगाने और हैंडपंपों के रीबोर के लिए करीब 15 करोड़ रुपये दिए जाएंगे। महापौर अभिलाषा गुप्ता ने बताया कि इसी बजट में कुछ जगहों पर सीवर का काम भी होगा। धनराशि जारी होने के बाद विभाग द्वारा काम शुरू करा दिया जाएगा।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। जनपद में पानी की समस्या दूर करने के लिए कई योजनाएं लागू की गई। ऐसी ही योजना के तहत नैनी क्षेत्र के पांच वार्ड और सीमा विस्तारित क्षेत्र में जलापूर्ति के लिए 15वें वित्त आयोग के बजट से प्रविधान किया गया है। इसके लिए जल्द ही धनराशि जारी की जाएगी। इन वार्डों में मुख्य पाइप लाइन से कनेक्टविटी के लिए ब्रांच लाइनें बिछाने के अलावा करीब 13 हजार घरों में पानी का कनेक्शन भी किया जाएगा।
मानक के मुताबिक जलापूर्ति की व्यवस्था नहीं
नगर निगम के सीमा विस्तार के पहले से ही नैनी के पांच वार्ड शामिल थे। सीमा विस्तार के बाद दायरा बढ़कर मीरजापुर रोड पर रामपुर तिराहा और रीवा रोड पर मामा-भांजा तालाब के आगे तक हो गया है लेकिन, जलकल विभाग उन पांच वार्डों में भी मानक के मुताबिक जलापूर्ति की व्यवस्था सुनिश्चित नहीं करा सका है। विभाग का कवरेज एरिया लगभग 30 फीसद तक सीमित है। इसे बढ़ाकर 70 फीसद तक किया जाना है। इसके लिए मेवालाल बगिया, चक रघुनाथ, चक भटाही, खरकौनी, काजीपुर आदि इलाकों में ब्रांच पाइप लाइनें भी बिछाई जानी हैं। 13 हजार घरों में पानी का कनेक्शन भी किया जाना है।
काम के लिए दिए जाएंगे 15 करोड़
पांचों वार्डों के अलावा सीमा विस्तार वाले क्षेत्रों में नलकूप, हैंडपंप लगाने और हैंडपंपों के रीबोर के लिए करीब 15 करोड़ रुपये दिए जाएंगे। महापौर अभिलाषा गुप्ता ने बताया कि इसी बजट में कुछ जगहों पर सीवर का काम भी होगा। धनराशि जारी होने के बाद विभाग द्वारा काम शुरू करा दिया जाएगा।
हल नहीं हुई दूषित पानी सप्लाई की समस्या
प्रयागराज : अल्लापुर क्षेत्र के तिलक नगर मोहल्ले में पखवाड़ेभर से दूषित जलापूर्ति हो रही है। 'दैनिक जागरण में खबर प्रकाशित होने पर जलकल विभाग के अधिकारी हरकत में आए। महाप्रबंधक हरिश्चंद्र बाल्मीकि ने समस्या के निराकरण के लिए कर्मचारियों को मौके पर भेजा। कर्मचारी पूरे दिन गड़बड़ी खोजते रहे। लेकिन, समस्या का निराकरण नहीं हो सका। तिलक नगर मोहल्ले के सैकड़ों घरों में दूषित जलापूर्ति की वजह पाइप लाइन के ऊपर सीवर चेंबर बनाया जाना माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि चेंबर से कहीं से पाइपलाइन में कनेक्टिविटी हुई होगी। चार-पांच कर्मचारी पूरे दिन सीवर चेंबर खोलकर गड़बड़ी खोजने में जुटे थे। मगर, दूषित जलापूर्ति की वजह सामने नहीं आ सकी। पूर्व पार्षद विनय मिश्रा ने बताया कि कर्मचारियों ने समस्या के निदान के लिए मंगलवार को फिर आने के लिए कहा है।