भोजनालय के कमरे का मंजर देख सन्न रह गए कर्मचारी, फंदे पर लटका था वेटर, प्रयागराज की घटना
पुलिस के मुताबिक 40 वर्षीय संजय सरोज कैंट इलाके के राजापुर मोहल्ले में पत्नी और बच्चे के साथ रहता था। वह अनन्या भोजनालय में काम करता था। बुधवार रात वह होटल में ही सो गया। फिर बिजली के तार का फंदा बनाकर पंखे के चुल्ले से लटक गया।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। सिविल लाइन बस स्टैंड के पास स्थित होटल अनन्या भोजनालय के भीतर रात में संजय सरोज नामक कर्मचारी ने फंदे पर लटककर जान दे दी। गुरुवार सुबह घटना की जानकारी होने पर पुलिस मौके पहुंची और छानबीन की। खुदकुशी का कारण साफ नहीं है, लेकिन पारिवारिक कलह वजह बताई जा रही है।
सुबह कर्मचारियों ने देखा तार के फंदे से लटका तो मचाया शोर
पुलिस के मुताबिक, 40 वर्षीय संजय सरोज कैंट इलाके के राजापुर मोहल्ले में पत्नी और बच्चे के साथ रहता था। वह अनन्या भोजनालय में काम करता था। बुधवार रात वह होटल में ही सो गया। फिर बिजली के तार का फंदा बनाकर पंखे के चुल्ले से लटक गया। सुबह जब दूसरे कर्मचारी होटल पहुंचे तो घटना की जानकारी हुई। सिविल लाइंस पुलिस का कहना है कि आत्महत्या का कारण साफ नहीं है। प्रथम दृष्टया पारिवारिक विवाद लग रहा है। कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है अभी तक। आगे की कार्रवाई की जा रही है। खबर पाकर संजय की पत्नी समेत परिवार और रिश्ते के लोग भी पहुंच गए। वजह जो भी हो लेकिन आत्महत्या करने को हमेशा गलत माना जाता है क्योंकि ऐसा मानसिक रूप से कमजोर लोग ही करते हैं। बुजुर्गों और समाज शास्त्र से जुड़े लोगों का कहना है कि जीवन में कितनी भी समस्या आ जाए लेकिन मौत गले लगाने के बारे में कतई नहीं सोचना चाहिए बल्कि समस्याओं से जूझकर उनसे उबरने वाले को ही असली योद्धा कहा जाता है। मगर कभी घरेलू कलह, पारिवारिक विवाद, आपसी झगड़े तो कभी गरीबी, बीमारी, तंगी की वजह से लोग परेशान होकर आत्महत्या कर लेते हैं। यह मुश्किलों से छुटकारा पाने का गलत तरीका है। इसकी देखादेखी अब कम उम्र के लोग और बच्चे भी ऐसा करने लगे हैं।