घूसखोरी में गिरफ्तार IRS अफसर के घर विजिलेंस टीम ने की छापेमारी, कागजात जब्‍त किए

आइआरएस अधिकारी को राजस्थान में एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने 16 लाख रुपये घूस लेते गिरफ्तार किया था। विजिलेंस अधिकारियों का कहना है कि राजस्थान की एंटी करप्शन ब्यूरो के कहने पर आइआरएस अधिकारी के प्रयागराज स्थित पैतृक घर पर छापेमारी की गई।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 21 Jul 2021 04:07 PM (IST) Updated:Wed, 21 Jul 2021 04:07 PM (IST)
घूसखोरी में गिरफ्तार IRS अफसर के घर विजिलेंस टीम ने की छापेमारी, कागजात जब्‍त किए
कर्नलगंज में म्योर रोड पर स्थित घूसखोरी में पकड़े गए आइआरएस अधिकारी के घर पर विजिलेंस टीम ने छापा मारा।

प्रयागराज, जेएनएन। घूसखोरी में गिरफ्तार इंडियन रेवेन्यू सर्विस (आइआरएस) अधिकारी शशांक यादव के पैतृक निवास पर लखनऊ से आई विजिलेंस टीम ने छापा मारा। सर्च आपरेशन के दौरान कई कागजात जब्त किए गए। पूरी कार्रवाई बहुत ही गोपनीय रही। स्थानीय पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। कर्नलगंज थाना क्षेत्र में म्योर रोड निवासी शशांक यादव गाजीपुर स्थित अफीम कारखाने में बतौर महाप्रबंधक कार्यरत थे।

राजस्‍थान में एसीबी टीम ने 16 लाख रुपये घूस लेते पकड़ा था

कुछ दिन पहले उन्हें राजस्थान में एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने 16 लाख रुपये घूस लेते गिरफ्तार किया था। उदयपुर हाईवे स्थित हैंगिंग ब्रिज टोल नाके के पास से गिरफ्तारी हुई थी। मिठाई के डिब्बे में लाखों रुपये बरामद किए गए थे। विजिलेंस अधिकारियों का कहना है कि राजस्थान की एंटी करप्शन ब्यूरो के कहने पर छापेमारी की गई। संदिग्ध वस्तु नहीं मिली, लेकिन कई कागजात मिले हैं। विजिलेंस की कार्रवाई से मोहल्ले में भी खलबली मची रही।

किसानों से वसूली का आरोप

एसीबी की जांच में पता चला था कि शशांक यादव कतिपय किसानों से भी वसूली करते थे। इसमें वह दो कर्मचारियों की मदद लेते थे। घटिया क्वालिटी की अफीम को बढिय़ा बताकर ज्यादा पट्टे देकर किसान से 50 से 60 हजार रुपये लिया जाता था। ऐसे किसान राजस्थान के अलग-अलग जिले के रहने वाले हैं। आरोपित है कि जो किसान पैसा नहीं देता था, उसके अफीम को घटिया बताकर पट्टा कम कर दिया जाता था।

पिता रह चुके हैं प्रयागराज के डीएम

आइआरएस अफसर शशांक यादव के पिता महावीर यादव प्रयागराज के डीएम रह चुके हैं। वह कई साल पहले यहां कार्यरत थे। बेटे की गिरफ्तारी से उनकी छवि पर भी असर पड़ा है। एसीबी की जांच में यह तथ्य भी सामने आया है कि गिरफ्तारी के दौरान शशांक जिस स्कार्पियो कार में थे, वह फिरोजाबाद में रजिस्टर्ड है। उसके वाहन स्वामी का पता लगाया जा रहा है।

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