Vidhan Sabha Chunav 2022: वीआइपी पार्टी प्रमुख मुकेश सहनी से गुपचुप मिले ओम प्रकाश राजभर
Vidhan Sabha Chunav 2022 सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अगुआ ओमप्रकाश राजभर ने विकासशील इंसान पार्टी के मुखिया मुकेश सहनी से प्रयागराज में मुलाकात की। इस मुलाकात से राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है। यदि दोनों दल साथ आते हैं तो पूर्वांचल में बड़ा उलटफेर हो सकता है।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। विधान सभा चुनाव 2022 को लेकर राजनीतिक दलों की सरगर्मी बढ़ रही है। भाजपा, सपा, बसपा, कांग्रेस जैसे बड़े दल के साथ क्षेत्रीय दलों ने भी अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। इसी कड़ी में विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी) भी निषाद समाज की हिमायती बनकर मैदान में ताल ठोक रही है। यह दल अभी बिहार में एनडीए के साथ है। उत्तर प्रदेश में इसकी रणनीति कुछ अलग है।
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अगुआ हैं राजभर
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अगुआ ओमप्रकाश राजभर ने विकासशील इंसान पार्टी के मुखिया मुकेश सहनी से सिविल लाइंस स्थित एक होटल में शनिवार को मुलाकात की। इस दौरान भागीदारी संकल्प मोर्चा में शामिल होने के लिए उन्हें आमंत्रित किया गया। हालांकि अंतिम फैसला नहीं हुआ है। इस मुलाकात से राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है। यदि दोनों दल साथ आते हैं तो पूर्वांचल में बड़ा उलटफेर हो सकता है।
आजाद समाज पार्टी अध्यक्ष रावण से भी बंद कमरे में वार्ता
मुकेश सहनी ने कहा कि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी भी समान विचारों की पार्टी है। हम लोग अनौपचारिक रूप से साथ हैं, भविष्य में चुनावी गठबंधन भी हो सकता है। इस मुलाकात में वीआइपी प्रदेश अध्यक्ष चौ. लौटनराम निषाद, भागीदारी संकल्प पार्टी के अध्यक्ष प्रेमचंद प्रजापति भी मौजूद रहे। इसके अतिरिक्त आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर रावण से भी बंद कमरे में लंबी वार्ता हुई। प्रदेश अध्यक्ष चौ. लौटनराम निषाद ने कहा कि कुशवाहा, प्रजापति की पार्टियों से भी समझौता हो सकता है। यदि गठबंधन हुआ तो बलिया, गाजीपुर, मऊ, आजमगढ़, चंदौली, वाराणसी, जौनपुर, आंम्बेडकर नगर, संतकबीर नगर, सिद्धार्थ नगर, बस्ती, बहराइच, देवरिया, गोरखपुर, महराजगंज, कुशीनगर की सीटों पर राजनीतिक तस्वीर बदल जाएगी।
ताल ठोकेगी विकासशील इंसान पार्टी
विकासशील इंसान पार्टी सुप्रीमो व बिहार सरकार के मत्स्य एवं पशुपालन विभाग के मंत्री मुकेश सहनी शनिवार को प्रयागराज में थे। अनौपचारिक बातचीत में उन्होंने बताया कि आगामी विधान सभा चुनाव में उनका दल निषादों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए 165 सीट पर मैदान में उतरेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि निषाद समाज के लिए विशेष आरक्षण की व्यवस्था नहीं होती है तो वह अलग चुनाव लड़ेंगे। सपा, बसपा, कांग्रेस व भाजपा से समझौता नहीं करेंगे। हां क्षेत्रीय स्तर पर समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ गठबंधन कर सकते हैं।