Vidhan Sabha Chunav 2022: ...तो अगले विधान सभा चुनाव में जातीय राजनीति हावी रहेगी, लग रहे कयास

Vidhan Sabha Chunav 2022 यूपी में होने वाले अगले विधान सभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो चुकी है। क्‍या बड़े राजनीतिक दल और क्‍या छोटे राजनीतिक दल सभी इस चुनाव में अपनी दावेदारी कर रहे हैं। इस चुनाव में जातीय राजनीति भी उभर कर सामने आ रही है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 08:11 AM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 08:11 AM (IST)
Vidhan Sabha Chunav 2022: ...तो अगले विधान सभा चुनाव में जातीय राजनीति हावी रहेगी, लग रहे कयास
यूपी के अगले विधान सभा चुनाव में राजनीतिक दलों की सक्रियता बढ़ गई है। ऐसे में कयासबाजी भी शुरू है।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। प्रयागराज में पिछले दिनों तमाम दलों के नेताओं के जमावड़े से राजनीति के पंडित अपने-अपने कयास लगाने शुरू कर चुके हैं। जो जातीय राजनीति खत्म होने की बात कही जा रही थी वह फिर से उभरती दिख रही है। भाजपा काम के बल पर वोट की बात कह रही है जबकि अन्य दल भी अलग-अलग मुद्दे बना रहे हैं। इन सब में जातीय मुद्दा भी प्रमुख हो रहा है।

अखिलेश यादव चाचा शिवपाल से सुलह का कर रहे प्रयास

हालांकि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव घोषणा कर चुके हैं कि वह किसी बड़ी पार्टी से गठबंधन नहीं करेंगे। वह छोटे दलों को अपने साथ लाएंगे। सपा के साथ फिलहाल जयंत चौधरी के नेतृत्व वाली आरएलडी, डा. संजय सिंह चौहान की जनवादी पार्टी (सोशलिस्ट), केशव देव मौर्य की महान दल से गठबंधन है। उधर, अखिलेश यादव अपने चाचा शिवपाल यादव के साथ भी सुलह के प्रयास कर रहे हैं।

कांग्रेस ने 'एकला चलो' की नीति अपनाई है

राजनीति के जानकारों का कहना है कि शायद सीट शेयरिंग पर बात नहीं बन पा रही है। वहीं, बसपा सुप्रीमो मायावती भी स्पष्ट कर चुकी हैं कि उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में किसी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेगी। कांग्रेस गठबंधन के लिए सही समय आने के इंतजार में है और फिलहाल 'एकला चलो' की नीति अपनाए हुए है।

प्रेशर पालिटिक्‍स आ रही नजर

भागीदारी संकल्प मोर्चा काफी हलचल मचाए हुए हैं। भागीदारी संकल्प मोर्चा ने अभी तक सपा, बसपा या कांग्रेस के साथ सियासी गठबंधन से इनकार नहीं किया है। इस मोर्चा के दरवाजे सभी राजनीतिक दलों के लिए खुले हुए हैं। माना जा रहा है जहां से अच्छा आफर मिलेगा वहीं ये जुड़ जाएंगे। वास्तव में यह प्रेशर पालिटिक्स है।

चुनाव से पहले राजनीति कई हिचकोले खाएगी

यूपी विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश की राजनीति अभी कई हिचकोले खाएगी, इसका अंदाजा लगाना कोई मुश्किल काम नही है। भाजपा के सामने एक-एक सीट पर खुद को मजबूत करने में जुटे विपक्षी दल इन छोटे दलों को चाहते हुए भी नरअंदाज नहीं कर सकते हैं। प्रयागराज प्रवास के दौरान उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने दावा किया है कि वह 300 से अधिक सीट जीतेंगे।

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