Video Viral: प्रतापगढ़ के स्कूल में बच्चियां बना रही थीं खाना, वीडियो वायरल होने पर हो रही जांच
ताजा मामला प्रतापगढ़ के प्राथमिक विद्यालय नौढ़िया द्वितीय का है जहां का एक वीडियो वायरल होने से खलबली मची है। वीडियो में स्कूल की छात्राएं दोपहर का खाना पकाने में रसोइया के साथ जुटी दिख रही हैं वजह ये कि इस स्कूल में शिक्षक नहीं होने से पढ़ाई ठप थी।
प्रतापगढ़, जागरण संवाददाता। परिषदीय स्कूलों में बच्चों में शिक्षा के प्रति दिलचस्पी लाने और उनके शारीरिक पोषण के लिए सरकार मिड डे मील पर खासी गंभीर है, लेकिन प्रशासनिक और स्कूल स्तर पर लगातार लापरवाही सामने आ रही है। मिड डे मील के नाम पर घोटाला और पैसे डकारने से लेकर भोजन तैयार करने में हद दरजे की उदासीनता के कई मामले सामने आ चुके हैं। ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई भी हो चुकी है लेकिन तब भी हालात सुधरे नहीं है। ताजा मामला प्रतापगढ़ के संग्रामपुर के प्राथमिक विद्यालय नौढ़िया द्वितीय का है जहां का एक वीडियो वायरल होने से खलबली मची है। इस वीडियो में स्कूल की छात्राएं दोपहर का खाना पका रही रसोइया के साथ रोटियां बनाती दिख रही हैं, वजह ये कि इस स्कूल में शिक्षक नहीं होने से पढ़ाई ठप थी। यह सरासर शिक्षण व्यवस्था और मिड डे मील के उद्देश्य का मखौल उड़ाने जैसा है। अब इस वीडियो को देख घबराए अधिकारियों ने जांच शुरू करा दी है। आनन-फानन में बीईओ विद्यालय में जांच करने के लिए पहुंचे तो रसोईया विद्यालय बंद कर घर जा चुका था। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।
शिक्षक थे नदारद तो रसोइया ने साथ लगा लिया छात्राओं को
विकासखंड रामपुर संग्रामगढ़ क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय नौढ़िया द्वितीय में गुरुवार को खासी संख्या में बच्चे पहुंचे थे लेकिन शिक्षक नदारद थे। महिला रसोइया दोपहर का खाना यानी मिड डे मील पकाने पहुंची और विद्यालय में शिक्षक नहीं होने पर छात्राओं को भी अपने साथ खाना बनाने में लगा लिया। इस बीच अचानक स्कूल पहुंचे छात्रों के अभिवावकों ने उन्हें पढ़ाई करने की बजाय रोटियां बनाने में लगा देखा तो इसका वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर दिया। बच्चों के खाना बनाने का वीडियो वायरल होने पर शिक्षा विभाग के अधिकारी सन्न रह गए। इसकी जानकारी एबीएसए राजेश कुमार को मिली तो फौरन जांच करने के लिए स्कूल पहुंचे, लेकिन उनके आने के पहले ही रसोइया विद्यालय में ताला लगाकर जा चुकी थी। मामले में प्रभारी बीएसए सुधीर कुमार सिंह का कहना है कि जांच कराके दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वैसे पहली नजर में यह मामला शिक्षकों की लापरवाही का लग रहा है जो स्कूल ही नहीं आए थे इसलिए बच्चे पढ़ाई नहीं कर रहे थे।