सावधान रहें, प्रयागराज में फिर सक्रिय हुआ वाहन चोरों का गिरोह, इन शातिरों को पुलिस भी नहीं पकड़़ पा रही

वाहन चोरों का गैंग वैसे भी काफी शातिर होता है। मास्टर चाबी तो इनके पास होती ही है इनको यह भी पता होता है कि कहां भीड़ अधिक होगी और लोग अपने वाहन कहां खड़ी करेंगे। जहां पार्किंग स्थल नहीं होते वहां वाहन चाेर मंडराते रहते हैं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 12 Apr 2021 07:39 AM (IST) Updated:Mon, 12 Apr 2021 07:39 AM (IST)
सावधान रहें, प्रयागराज में फिर सक्रिय हुआ वाहन चोरों का गिरोह, इन शातिरों को पुलिस भी नहीं पकड़़ पा रही
पलक झपकते ही वाहनों को चुराने वाले गैंग के सदस्‍य शातिर हैं, उन्‍हें पुलिस भी नहीं पकड़ पा रही है।

प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज जनपद में एक बार फिर वाहन चोरों का गिरोह सक्रिय हो गया है। प्रतिदिन दर्जन भर से अधिक दोपहिया वाहन चोर हो रहे हैं। पीड़ित पुलिस से शिकायत कर रहे हैं। पुलिस भी वाहन चोरों को खोज रही है लेकिन सफलता नहीं मिल पा रही है। अचानक वाहन चोरों के गैंग के सक्रिय होने से लोग परेशान हैं। सिविल लाइंस, धूमनगंज, जार्जटाउन, कीडगंज समेत गंगापार और यमुनापार के कई थानों में वाहन चोरी की घटनाएं लगातार हो रही हैं।

पलक झपकते ही उड़ा रहे वाहन

वाहन चोरों का गैंग वैसे भी काफी शातिर होता है। मास्टर चाबी तो इनके पास होती ही है, इनको यह भी पता होता है कि कहां भीड़ अधिक होगी और लोग अपने वाहन कहां खड़ी करेंगे। जहां पार्किंग स्थल नहीं होते, वहां वाहन चाेर मंडराते रहते हैं। वाहन स्वामी अपनी गाड़ी खड़ी कर जैसे ही काम के लिए कहीं जाता है, ये आराम से अपना काम करके निकल जाते हैं। आश्चर्य की बात तो यह है कि अगर पुलिस सूचना पाकर तत्काल मौके पर पहुंच भी जाती है, तब भी ये वाहन चोर हाथ नहीं लगते। इसके पीछे जो वजह है कि वे क्षेत्र में आसपास कहीं ठिकाना बनाए रहते हैं, जिस कारण पुलिस के हाथ नहीं लगते।

पिछले वर्ष राजफाश हुए थे कई बड़े मामले

पिछले वर्ष जिले में वाहन चोरों के कई गैंग पकड़े गए थे। फूलपुर, धूमनगंज, कर्नलगंज, खुल्दाबाद, जार्जटाउन, शिवकुटी, सोरांव, नवाबगंज, मेजा समेत अन्य थानों में गैंग के कई सदस्य गिरफ्तार हुए थे। इनके पास से बड़ी संख्या में चोरी के वाहन बरामद हुए थे। हालांकि, सबसे बड़ा राजफाश फूलपुर और धूमनगंज पुलिस ने किया था। बदमाशों के पास से फर्जी कागजात भी बरामद किए गए थे। पूछताछ में पता चला था कि वाहनों को दूसरे प्रदेशों में फर्जी कागजात के सहारे आधे से कम दाम पर बेच देते थे। पुलिस ने गिरफ्तार कई बदमाशों पर पुलिस ने गैंगस्टर के तहत भी कार्रवाई की थी।

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