प्रयागराज में PWD में बिना टैक्सी परमिट के चल रहे वाहन, पोल खुलने के बाद भी नहीं लिया गया एक्शन
लोक निर्माण विभाग में अफसरों के पास सरकारी गाड़ियां बहुत कम है। उन्हें टैक्सी परमिट वाली गाड़ियों को किराए पर लगाने के लिए कहा गया था। लेकिन अधिकतर अफसरों ने इसका उल्लंघन किया। अफसरों ने अपने परिचितों और विभाग के कुछ लोगों की निजी गाड़ियों को किराए पर ले लिया
प्रयागराज, जेएनएन। लोक निर्माण विभाग के अफसरों ने बिना टैक्सी परमिट वाले दर्जन भर से अधिक वाहनों को किराए पर लगा लिया था। पिछले दिनों यह मामला प्रकाश में आया तो गाड़ियां वापस कर दी गई लेकिन जिम्मेदार अफसरों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई।
टैक्सी परमिट की बजाय करीबियों की गाड़ी लगा दी
लोक निर्माण विभाग में अफसरों के पास सरकारी गाड़ियां बहुत कम है। ऐसे में उन्हें टैक्सी परमिट वाली गाड़ियों को किराए पर लगाने के लिए कहा गया था। लेकिन अधिकतर अफसरों ने इसका उल्लंघन किया। अफसरों ने अपने परिचितों और विभाग के कुछ लोगों की निजी गाड़ियों को किराए पर ले लिया। हर महीने इन गाड़ियों का किराया लाखों रुपए निकलता है और डीजल का खर्च अलग से दिया जाता है। लेकिन गाड़ियों का टैक्सी परमिट न होने से वह रोड टैक्स जमा नहीं करती हैं। इसकी शिकायत भी शासन स्तर पर हो चुकी है। पिछले दिनों यह मामला प्रकाश में आया तो चीफ इंजीनियर एके अग्रवाल ने कहा ऐसे अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बिना टैक्सी परमिट की कोई गाड़ी विभाग में किराए पर नहीं लगाई जा सकती है।
गाड़ियां हटा दी मगर कार्रवाई नहीं
फिलहाल मामला प्रकाश में आने के बाद अधिकारी तो उन गाड़ियों से चलना बंद कर दिए हैं। लेकिन उन अफसरों पर कार्रवाई नहीं की गई है। चीफ इंजीनियर ने बताया कि पिछले पखवाड़े भर से पंचायत चुनाव में व्यस्तता थी। अब कई लोग कोरोना संक्रमित हो गए। वह खुद भी कोरोना संक्रमित हैं। इसलिए कार्रवाई नहीं हो पाई है। फिलहाल बिना टैक्सी परमिट वाली गाड़ियां विभाग में नहीं चलेंगी। कोरोना का संकट कुछ कम हो और दफ्तर खुलने लगे तो ऐसी गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।