...तो इस कारण प्रयागराज में सब्जियों की बिक्री कम हुई, किसानों व थोक व्‍यापारियों को हो रहा नुकसान

मुंडेरा सब्जी एवं फल व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश कुशवाहा का कहना है कि शाम छह बजे के बाद ही ठेले और फुटपाथ पर सब्जियां बेचने वाले दुकानदारों को पुलिस खदेडऩे लगती है। इसकी वजह से सब्जियां बिकने नहीं पाती हैं। मंडी से सब्जियों का उठान कम हो रहा है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Sat, 12 Jun 2021 09:09 AM (IST) Updated:Sat, 12 Jun 2021 09:09 AM (IST)
...तो इस कारण प्रयागराज में सब्जियों की बिक्री कम हुई, किसानों व थोक व्‍यापारियों को हो रहा नुकसान
प्रयागराज की थोक सब्‍जी मंडी के खुलने का समय बढ़ाने की मांग की जा रही है।

प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज में इन दिनों सब्‍जी का उत्‍पादन करने वाले किसानों व थोक व्‍यापारी परेशान हैं।  बाजार खुलने का समय शाम सात बजे तक ही निर्धारित होने का असर सब्जियों की बिक्री पर भी पड़ा है। मंडी में सब्जियों की बिक्री में तेजी से गिरावट हो रही है। इसकी वजह से हरी सब्जियां बहुत ज्यादा मात्रा में बर्बाद हो रही हैं। इससे किसानों और सब्जी के थोक व्यापारियों को काफी नुकसान हो रहा है।

बिक्री कम हुई तो सब्जियों के थोक रेट भी कम हुए

बिक्री में गिरावट होने की वजह से हरी सब्जियों की थोक कीमतों में भी भारी कमी हुई है। टमाटर और बैगन के साथ ही करैला, भिंडी, लौकी, चौरा, कद्दू आदि हरी सब्जियों की कीमतों में भी भारी गिरावट हुई है। बैगन का दाम 25-30 रुपये किलो से घटकर 15 रुपये, टमाटर का रेट 8-15 रुपये से कम होकर चार-पांच रुपये से लेकर 10-12 रुपये किलो हो गया है। इसमें स्थानीय टमाटर का रेट चार-पांच और बेंगलुरु के टमाटर का दाम 10-12 रुपये किलो है।

इन सब्जियों का भी जानें दाम

लौकी सात-आठ रुपये से घटकर चार-पांच, चौरा 10-12 रुपये से गिरकर छह से आठ, करैला भी 12-14 रुपये से कम होकर आठ, कद्दू चार-पांच रुपये किलो हो गया है। भिंडी के दाम में थोड़ी वृद्धि जरूर हुई है। मूल्य पांच-छह रुपये से बढ़कर 10-12 रुपये किलो हो गया। वहीं, फुटकर में करैला 40, चौरा 60, लौकी 20 और कद्दू भी 20 रुपये किलो है।

थोक फल व सब्‍जी मंडी को रात नौ बजे तक खोलने की मांग

मुंडेरा सब्जी एवं फल व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश कुशवाहा का कहना है कि शाम छह बजे के बाद ही ठेले और फुटपाथ पर सब्जियां बेचने वाले दुकानदारों को पुलिस खदेडऩे लगती है। इसकी वजह से सब्जियां बिकने नहीं पाती हैं। मंडी से सब्जियों का उठान कम हो रहा है। उठान कम होने से सब्जियां बहुत बर्बाद हो रही है। इसलिए बाजार खुलने का समय बढ़ाकर रात नौ बजे तक शासन और प्रशासन से मांग की गई।

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